ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय समय पर परीक्षाएं कराने और रिजल्ट घोषित करने में असफल साबित हुआ है. हालात यह है कि MA, MSC, M.COM फाइनल सेमेस्टर में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की भी परीक्षाएं लेट हैं. साथ ही अलग-अलग कोर्स के लगभग 18 हजार विद्यार्थियों के रिजल्ट घोषित होने में देरी हो रही है. जिसके चलते B.Ed के छात्र प्रदेश की बाहरी विश्वविद्यालय में M.Ed, MP.Ed और PG के विद्यार्थी PHD में एडमिशन नहीं ले पाएंगे.
इस कोर्स के परीक्षा फार्म भरने की शुरुआत: प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को राज्यपाल ने कड़े निर्देश दिए हैं. उन्होंने मुख्य परीक्षाओं को कराकर 30 जून तक उनके रिजल्ट भी घोषित कर दिए जाएं, लेकिन जीवाजी विश्वविद्यालय में आलम यह है कि B.Ed, BP.Ed, M.Ed चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार 20 अप्रैल से 16 मई तक कराना तो दूर अभी परीक्षा फार्म भरने की शुरुआत हुई है. वहीं स्नातक ऑनर्स में पढ़ने वाले फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाओं में भी देरी हो रही है. MA, MSC, M.COM फाइनल सेमेस्टर की भी परीक्षाएं लेट हैं.
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जून के अंत तक आ जाएगा इस कोर्स के रिजल्ट: इस मामले में विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि "परीक्षा फार्म भरने की प्रक्रिया पूरी होते ही जून के अंत तक ऐसे कोर्स की परीक्षाएं कराएंगे, जबकि रिजल्ट अगस्त तक घोषित कर दिया जाएगा. साथ ही BSC रिजल्ट 20 जून BA फाइनल ईयर का रिजल्ट 25 से 30 जून तक घोषित करने का दावा किया जा रहा है. गौरतलब है कि अभी हाल में ही मध्य प्रदेश के सभी जीवाजी विश्वविद्यालय में कर्मचारी, शिक्षक और पेंशनर अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए थे. अपनी मांगों को लेकर उन्होंने चरणबद्ध तरीके से विरोध प्रदर्शन भी किया था. इस कारण जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन यह हवाला दे रहा है कि इस आंदोलन की वजह से परीक्षाएं काफी लेट हो गई है, लेकिन जल्द ही यूजी और पीजी की परीक्षाएं कराने की तैयारी हो चुकी है. परीक्षा कराने के बाद उनका जल्द से रिजल्ट घोषित किया जाएगा.