ग्वालियर। चंबल-अंचल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में पदस्थ एक नर्स ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर खुद और अपनी बेटी की इच्छा मृत्यु की मांग की है. नर्स का आरोप है कि गजरा राजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर अक्षय निगम, जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर आर.के.एस धाकड़ और सहायक अधीक्षक डॉक्टर देवेंद्र सिंह कुशवाह की प्रताड़ना से वो तंग आ चुकी है. साथ ही बेहद मजबूरी में उसने इच्छा मृत्यू जैसी मांग के लिए सीएम से अनुमति मांगने का फैसला लिया है. नर्स का कहना है कि उसके सामने भुखमरी जैसे हालात पैदा हो गए हैं और इसके जिम्मेदार ये अधिकारी हैं.
नर्स की सीएम से इच्छा मृत्यु की मांग: पीड़ित नर्स ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से 15 दिन के अंदर इच्छा मृत्यु की अनुमति देने या उक्त अधिकारियों को हटाने की मांग की है. मूल रूप से इंदौर की रहने वाली पूनम सरनकर वर्तमान में ग्वालियर स्थित जयारोग्य चिकित्सालय में बतौर नर्सिंग ऑफिसर पदस्थ हैं. पूनम ने 5 अप्रैल को सीएम शिवराज को एक पत्र लिखा है जिसमें उसने अपनी बेटी के साथ इच्छा मृत्यु के लिए अनुमति दिए जाने की मांग की है. पूनम का आरोप है कि उसे छह माह से वेतन नहीं मिला है. ऐसे में परिवार का भरण पोषण करना उसके लिए मुश्किल हो गया है. पूनम ग्वालियर में बेटी और माता-पिता के साथ किराए के मकान में रहती है जबकि उसका पति इंदौर में छोटा कारोबार कर अपना गुजारा करता है.
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डॉक्टर्स की अभद्रता से परेशान नर्स: पूनम का आरोप है कि जयारोग्य अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आर.के.एस धाकड़ मेरी सैलरी नहीं जारी कर रहे. वहीं गजरा राजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अक्षय निगम ने मेरे साथ अभद्रता की है. पूनम कहती हैं कि डीन डॉ. निगम ने एक युवक मोहसिन खान के जरिए मैसेज भेजा था कि रात को 8 बजे के बाद आकर मिल लो, आपकी पूरी सैलरी दिलवा देंगे. इतना ही नहीं जब पीड़ित नर्स ने दोनों अधिकारियों की शिकायत की तो उसे लगातार नोटिस दिए जा रहे हैं. उस पर मानहानि का दावा करने की धमकी भी दी जा रही है. इसके साथ ही उसकी शिकायत पुलिस से की गई है जिसको लेकर वो अब थाने के चक्कर लगा रही है. इन सब से परेशान होकर नर्स पूनम सरनकर ने इच्छा मृत्यु की मांग की है.
क्या है डॉक्टर्स का जवाब: अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों से महिला नर्स के आरोपों पर Etv Bharat ने बात करने के लिए संपर्क किया. GRMC मेडिकल कॉलेज के डीन अक्षय निगम फोन पर उपलब्ध नहींं हो रहे और फोन काट रहे हैं. जबकि जयारोग्य अस्पताल समूह के अधीक्षक डॉ. RKS धाकड़ ने कहा कि वो मीटिंग में व्यस्त हैं और बाद में अपना बयान जारी करेंगे.