ग्वालियर। भिंड में रेत के अवैध उत्खनन पर रोक लगाने में प्रशासन लगातार नाकाम साबित हो रही है, ऐसे में सिर्फ चंबल आईजी, कमिश्नर और एसपी, कलेक्टर का तबादला देखने को मिला. वहीं कुछ समय पहले थाना प्रभारियों और सहायक पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई थी, जिसके बाद इस कड़ी में ADGP और ग्वालियर आईजी राजाबाबू सिंह ने रेत खनन के खिलाफ एक्शन प्लान तैयार किया है.
रेत के अवैध कारोबार में लिप्त पुलिसकर्मियों की लंबी सीक्रेट सूची आईजी ने तैयार की है. जिन्हें संभागीय क्षेत्र से बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी शुरु हो गई है, वहीं ऐसे कुछ पुलिसकर्मियों के नाम की सूची PHQ भेज भी दी गयी है, जिसके बाद से पुलिस अमले में खलबली मची हुई है.
पिछले हफ्ते डबरा देहात थाना प्रभारी की रेत माफिया के साथ सांठगांठ होने का ऑडियो वायरल होने और डबरा अनुविभागीय क्षेत्र के ही बेलगड़ा रेत घाट पर की गई सीक्रेट कार्रवाई से पहले ही माफियाओं के भाग जाने से रेत के काले कारोबार में पुलिसकर्मियों की लिप्त होने की बात साफ हो चुकी है. हालांकि ऑडियो सामने आने के बाद थाना प्रभारी पर निलंबन की कार्रवाई की गई थी, लेकिन ग्वालियर आईजी का मानना है कि पुलिसकर्मियों और रेत माफियाओं के बीच बड़ा नेक्सस तैयार हो गया है. जिसके, पीछे की मुख्य वजह कई ऐसे पुलिसकर्मी और अधिकारी हैं, जो लंबे समय से ग्वालियर चंबल अंचल में ही बने हुए हैं.
इस तरह के नेक्सस को खत्म करने के लिए ऐसे पुलिसकर्मियों की एक सूची तैयार की जा रही है, जो खनन माफियाओं के संपर्क में रहे हैं. बताया जा रहा है कि एक सीक्रेट सर्वे के जरिए सूची तैयार की गई है और इसी सूची के आधार पर एक्शन लिया जाएगा. इसके साथ ही उपचुनाव से पहले रेत माफियाओं और उनके सहयोगियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई देखने को मिल सकती हैं.