ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बिलौआ क्षेत्र से एक IAS अफसर का पालतू कुत्ता लापता हो गया. बताया जा रहा है कि दो कुत्तों को कार से भोपाल से दिल्ली लेकर जा रहे थे. कार में सवार लोगों ने खाना खाने के लिए ग्वालियर के बिलौआ इलाके में एक ढाबे पर कार को रोका और खाना खाने के लिए बैठ गए. इस बीच अचानक दोनों डॉग चेन छुड़ाकर भाग निकले. स्टाफ के लोग कुत्तों के पीछे भागे. एक किलोमीटर आगे जाकर एक कुत्ता तो उनके हाथ लग गया लेकिन दूसरा अभी तक हाथ नहीं लगा है. जिसके बाद इलाके में लापता के पोस्टर चिपकाए गए हैं और पुलिस पिछले तीन दिनों से उसकी तलाश में लगी हुई है. कुत्ता शुक्रवार (31 मार्च) को लापता हो गया था। 'इसके बाद स्टाफ ने दिल्ली में आईएएस अधिकारी को फोन पर घटना की जानकारी दी.
शहर में लगे लापता होने के पोस्टर: बताया गया है कि यह दोंनो डॉग भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राहुल द्विवेदी के थे. राहुल अभी दिल्ली में पदस्थ है और वे मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस अफसर अनय द्विवेदी के भाई बताए जा रहे हैं. अनय द्विवेदी ग्वालियर नगर निगम के आयुक्त रह चुके हैं. IAS का पालतू कुत्ता गायब होने के बाद हड़कंप मच गया. साथ ही शहर में लापता होने के पोस्टर भी लगाए गए हैं. पता बताने वाले को उचित इनाम भी दिया जाएगा.
कुत्ते को खोजने के लिए अभियान: ग्वालियर पुलिस ने ग्वालियर चिड़ियाघर के कर्मचारियों के साथ कुत्ते की तलाश शुरू की. आसपास के ढाबों पर गुमशुदगी के पोस्टर भी चस्पा कर दिए गए हैं. डबरा के अनुमंडलीय पुलिस अधिकारी (SDOP) विवेक शर्मा ने कहा, ''बिलौआ इलाके में एक ढाबे पर कुछ लोग आए थे, तभी उनका कुत्ता उनकी कार से कूदकर फरार हो गया. कुत्ते दिल्ली से भोपाल जा रहे थे." शिकायत दर्ज कर ली गई है और आसपास के रेस्तरां और दुकानों को सूचित कर दिया गया है. "विभिन्न स्थानों पर पोस्टर भी लगाए गए हैं, जिसमें कुत्ते को खोजने वाले को उचित इनाम देने की भी घोषणा की गई है" शर्मा ने आगे कहा, "जिस ढाबे से कुत्ता लापता हुआ था, उसके मालिक जयप्रकाश ने कहा, "शुक्रवार की रात यहां एक गाड़ी रुकती है, कर्मचारी खाना खाते हैं और इसी दौरान एक कुत्ता लापता हो जाता है. वह कुत्ता एक अधिकारी का है क्योंकि वह अधिकारी खुद पुलिस के साथ-साथ अन्य कर्मियों के साथ अगली सुबह कुत्ते की तलाश में यहां आया था."
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हिरण का शिकार मामले में इंजीनियर को 3 साल की सजा: गुना में वर्ष 2015 में हिरण का शिकार करने के आरोप में सब इंजीनियर खालिद खान और उसके ससुर मुन्ना उर्फ शरीफ बेग को 3 साल के कारावास की सजा सुनाई गई है. घटना सन 2015 की है. वन विभाग को सूचना मिली थी कि खजूरी के जंगल में आरोपी गण शिकार कर रहे हैं. वन विभाग की टीम ने आरोपियों की घेराबंदी करते हुए छापेमारी की. वन विभाग की टीम को देखकर शिकारी भागने लगे लेकिन कुछ दूरी पर गांव वालों ने उन्हें घेर लिया. ग्रामीणों ने शिकारियों को पकड़कर वन विभाग को सौंप दिया. खालिद खान जनपद पंचायत आरोन में सब इंजीनियर के पद पर पदस्थ था. वन विभाग द्वारा आरोपियों के खिलाफ वाइल्ड लाइफ एक्ट 1972 के तहत कार्रवाई की गई. चालान पेश होने के बाद ये मामला कोर्ट में प्रचलित था. 8 साल बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए दोनों आरोपियों को 3 साल का कारावास और 10 हजार रुपये का जुर्माना अदा करने के निर्देश दिए हैं. आरोपी सब इंजीनियर को नौकरी से हटा दिया गया है.