ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में गुर्जर समाज ने महाकुंभ का आयोजन किया. महाकुंभ में हजारों की संख्या में गुर्जर समाज के लोग सोमवार सुबह से ही फूलबाग मैदान में जुटने लगे थे, लेकिन लगभग शाम के वक्त गुर्जर समाज के युवाओं ने फूलबाग मैदान से निकलकर फूल बाग चौराहे पर हंगामा खड़ा कर दिया. पुलिस के समझाने पर प्रदर्शनकारी नहीं माने और पुलिस के वाहनों में तोड़फोड़ भी कर दी. जैसे ही शाम हुई तो महाकुंभ में शामिल होने आए गुर्जर समाज के लोगों ने रैली के रूप में कलेक्ट्रेट की और कुच कर दिया और कलेक्ट्रेट पहुंच कर ज्ञापन देने की जिद करते हुए प्रदर्शन किया. Mahakumbh of Gurjar community in Gwalior.
कलेक्ट्रेट में घुसे प्रदर्शनकारी: मौके पर मौजूद पुलिस ने प्रदर्शन को देखते हुए बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को कलेक्ट्रेट के गेट पर रोक दिया. कलेक्टर, एसपी सहित सभी अधिकारी मौके पर मौजूद थे. पुलिस के आला अधिकारी जब गुर्जर समाज के लोगों से बात कर रहे थे तभी कुछ लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया, नारेबाजी करने लगे, बैरिकेड तोड़ दिए, कलेक्ट्रेट में घुस गए और पत्थर फेंकने लगे. पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पुलिस से ही मारपीट और धक्का मुक्की शुरू कर दी. हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठी चार्ज किया, तब जाकर कहीं हालात कंट्रोल में हुए.
बिना सूचना के प्रदर्शन: गौरतलब है कि अपने समाज की मांगों को लेकर गुर्जर समाज के लोगों ने सोमवार को फूलबाग मैदान पर गुर्जर महाकुंभ का आयोजन किया था, जिसमें हजारों की संख्या में कई राज्यों से गुर्जर समाज के लोग शामिल होने पहुंचे थे. शाम के समय गुर्जर समाज के लोग रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुँच गए बिना पूर्व सूचना के पहुँचने के बावजूद पुलिस और प्रशासन ने इनसे ज्ञापन लेने की व्यवस्था की और कलक्ट्रेट के गेट पर बैरिकेड्स लगाकर उन्हें नीचे ही रोकने का प्रयास किया. खुद कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह और एसपी राजेश सिंह चंदेल भी वहां ज्ञापन लेने के लिए मौजूद थे. तभी हंगामा शुरू हो गया. भीड़ ने नारे लगाने शुरू कर दिए धक्का मुक्की शुरू हो गई.
पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले: प्रदर्शनकारी पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों पर हावी होने लगे और उनके साथ मारपीट शुर कर दी. फिर बैरिकेड्स तोड़कर कलेक्ट्रेट की तरफ बढ़ गए. पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो गुर्जर समाज के लोगों ने पत्थर फेंकना शुरू कर दिया. देखते ही देखते वहां कलेक्टर, एसपी, तहसीलदार, सीएसपी, मीडिया के वाहन और अन्य लोगों के वाहनों पर बड़े-बड़े पत्थर बरसने लगे. हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया. इस हंगामे में कई पुलिसकर्मियों को चोट आई वहीं करीब एक सैकड़ा गाड़ियों के शीशे फूट गए.
कलेक्टर बोले- यह तरीका स्वीकार नहीं, करेंगे कार्रवाई: पूरे घटनाक्रम को लेकर कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह का कहना है कि ''हमने गुर्जर समाज को सामाजिक कार्य करने के लिए स्थान दिया. इनकी बात सुनने के लिए मौके पर आये लेकिन इनका ये तरीका स्वीकार नहीं है, इनपर कड़ी कार्रवाई होगी.'' एसपी राजेश सिंह चंदेल ने भी कहा ''अनुमति न होने के बावजूद कलेक्टर इनका ज्ञापन ले रहे थे लेकिन प्रदर्शनकारी गुर्जर समाज के लोग पुलिस पर ही हमलावर हो गए पत्थर फेंकने लगे, सीसीटीवी देखकर उपद्रवियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.''
5 किमी तक लगा जाम: वहीं देर रात गुर्जर समाज के उपद्रवियों का हंगामा थाटीपुर, मुरार और ग्वालियर झांसी हाईवे पर चलता रहा. हाईवे पर प्रदर्शनकारियों ने चक्का जाम भी किया जिसके चलते लगभग 5 किलोमीटर दूर तक जाम की स्थिति बनी रही. मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शन कार्यों को खदेड़ा, तब कहीं जाकर जाम खुल सका. जिला और पुलिस प्रशासन की देर रात मीटिंग जारी रही. वहीं, विवादित प्रतिमा स्थल राजा मिहिर भोज के पास पुलिस को तैनात किया गया.