ग्वालियर। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़ो से अब तक सात चीतों को खुले जंगल में रिलीज किया गया है, लेकिन अब इनकी सुरक्षा वन विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बनी है. इसी को लेकर वन विभाग ने अपने स्टाफ को जंगलों में उतार दिया. यह वन कर्मी जंगल में घूम-घूमकर चीतों पर नजर रखेंगे. इसके लिए वन विभाग ने कूनो नेशनल पार्क के फील्ड स्टाफ को 10 मोटरसाइकिल वितरण की है, जिससे यह खुले जंगल में विचरण कर रहे चीतों की आसानी से ट्रेकिंग व मॉनिटरिंग कर सके.
वन कर्मियों को मोटरसाइकिल की सुविधा: कूनो नेशनल पार्क के विशाल जंगल को कवर करने के लिए तैनात वन कर्मियों को अब मोटरसाइकिल की सुविधा मिली है. जिससे समय रहते कूनो के फॉरेस्ट के इलाकों में गश्ति करेंगे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले सकेंगे. वन्य प्राणी भी कूनो पालपुर के विशाल जंगल में मौजूद हैं. इन सभी की सुरक्षा का जिम्मा जिन वन कर्मियों के हाथों में है पहले यह पैदल या फिर स्वयं के निजी वाहनों का उपयोग करते थे.
10 बाइकें सौंपी: इसी को ध्यान में रखते हुए डीएफवो प्रकाश कुमार वर्मा ने वनकर्मियों को 10 बाइक सौंपकर सुरक्षा व्यवस्था में मुस्तैदी से तैनात रहने के लिए निर्देशित किया है. इससे पहले भी कूनो नेशनल पार्क में चीतों को शिकारियों से बचाने के लिए जर्मन शेफर्ड फीमेल डॉग इलू को नेशनल पार्क में तैनात किया गया है जिसकी स्पेशल ट्रेनिंग पंचकूला में सम्प्पन्न हुई है. वह कूनो अभ्यारण में शिकारियों पर नजर रखती है.
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चीतों की मॉनिटरिंग करने में होगी आसानी: डीएफवो प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि ''चीतों की लगातार मॉनिटरिंग के लिए मोटरसाइकिल वाहन को योजना में लेकर हमारे फील्ड स्टाफ को 10 मोटरसाइकिल वितरण की है. फील्ड स्टाफ के पास ज्यादातर या तो पुरानी मोटरसाइकिल होती है या फिर साइकिल. यहां तक कि पैदल भी स्टाफ को गश्त करना पड़ता है. इसी को ध्यान में रखते हुए बाइक वितरण की है. अब चीतों की सुरक्षा और मॉनिटरिंग करने में ओर आसानी होगी. आगे भी 10 और मोटरसाइकिल स्टाफ को वितरण की जाएगी.''