ग्वालियर। डिजिटल इंडिया की तर्ज पर मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर का जयारोग्य अस्पताल (JAH) अब पूरी तरह से ई-हॉस्पिटल बनने जा रहा है.मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के उद्देश्य से गजरा राजा मेडिकल कॉलेज HMIS( हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम) सॉफ्टवेयर पर काम कर रहा है. आगामी एक-दो महीने में व्यवस्थाएं पूरी तरह से शुरू कर दी जाएगी. अगर सब कुछ ठीक रहा तो सरकारी क्षेत्र में सेवाएं देने वाला पहला प्रदेश का ई-हॉस्पिटल होगा.
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एक हजार बेड की नई बिल्डिंग भी तैयारः मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल जयारोग्य अस्पताल (JAH) जो उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई जिलों के लोगों को भी स्वास्थ्य सेवाएं देता आ रहा है. अब जल्द ही ई हॉस्पिटल बनने जा रहा है. NMC ( राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग) की गाइडलाइन और मध्यप्रदेश शासन से आए पत्र के बाद (GRMC) गजरा राजा मेडिकल कॉलेज (HMIS) हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम सॉफ्टवेयर पर काम कर रहा है. साथ ही अब (GRMC) के पास 1000 बिस्तर का नया अस्पताल भी है, जो मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सेवाएं देगा.
अस्पताल में रोजाना आते हैं 4 से 5 हजार मरीजः शहर के जयारोग्य अस्पताल में रोजाना करीब 4 से 5 हजार लोग इलाज के लिए पहुंचते है. जिनमें से कुछ मरीजों का अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, ब्लड टेस्ट सहित कई तरह की जांच होती है, लेकिन जांच के बाद मरीज के अंटेडेंट को पैथालॉजी लैब के चक्कर काटने पड़ते हैं. जिसके चलते समय बर्बाद होता और परेशानी भी होती है. अब मरीजों की मेडि़कल जांच सीधे संबंधित डॉक्टरों तक पहुंचेगी तो मरीज, अटेंडेंट और डॉक्टरों को भी राहत मिलेगी. वहीं मरीज घर बैठे ही ऑनलाइन पंजीयन कराकर डॉक्टर से अपॉइंटमेंट ले सकेंगे. ऐसे में कहा जा रहा है कि ग्वालियर का जयारोग्य अस्पताल प्रदेश का पहला ऐसा अस्पताल होगा जो सरकारी क्षेत्र में ई-हॉस्पिटल की सेवाएं देगा. बस देखना ये है कि सेवाएं मरीजों को कब तक मिल पाती है.