ग्वालियर। पुलिस विभाग में पदस्थ अपने हेड कांस्टेबल पिता की करतूत को लेकर एक बेबस बेटी अपनी मां के साथ मंगलवार को पुलिस अधीक्षक की जनसुनवाई में पहुंची, जनसुनवाई में बैठे अफसरों को इस बेटी ने अपने पिता की कारगुजारियों से अवगत कराया. दरअसल एसएएफ की 14 बटालियन में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल अशोक राणा रंगीन मिजाज किस्म का आदमी है, बेटी का आरोप है कि पिता के कई महिलाओं से अवैध संबंध हैं.
बेटी की शादी के लिए निकाला लोन, सारा पैसा गायब: पुलिस अधीक्षक की जनसुनवाई पहुंची बेटी का कहना है कि "राजधानी भोपाल में अपनी तैनाती के दौरान अशोक राणा ने एक अन्य महिला से संबंध बना लिए थे, उसी महिला पर वो अपनी सारी कमाई लूटा रहे हैं. पुलिस विभाग से उन्होंने मेरी शादी के नाम पर 10 लाख रुपए का लोन निकाल लिया और यह पैसा कहां गया, इसके बारे में अशोक राणा कुछ भी बताने को तैयार नहीं है. उल्टा अशोक राणा ने अपने परिवार से संबंध खत्म करने का एक विज्ञापन भी समाचार पत्रों में निकलवा दिया है." एसएएफ में पदस्थ अशोक राणा की पत्नी कुसुम राणा ने बताया कि मेरी बेटी 30 साल की हो चुकी है, लेकिन उसकी शादी की पति को रत्ती भर भी फिक्र नहीं है. घर के खर्च के लिए भी अशोक राणा पैसे नहीं देते हैं, बेटा छोटा-मोटा काम करके किसी तरह घर का संचालन करने की कोशिश कर रहा है."
बेटी पर पिता ने किया हमला: मामले की खास बात यह है कि 17 जुलाई को हेड कांस्टेबल पिता ने बेटी को अकेला पाकर चाकू और रॉड से उस पर हमला किया था, एन वक्त पर बेटा मौके पर पहुंच गया और उसने अपनी बहन को बचा लिया. इसके बाद परिवार के सदस्य नाका चंद्रबदनी के पास रहने चले गए, यहां भी 2 अगस्त को अशोक राणा ने बेटी को बातचीत करने के बहाने बुलाया और दोबारा हमला किया. इसके बाद जब पीड़ित परिवार झांसी रोड पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए गया तो शिकायत के नाम पर मां बेटी को पुलिस कर्मचारियों ने घंटों बिठाए रखा, लेकिन एसएएफ कांस्टेबल के खिलाफ मामूली धाराओं में कार्रवाई की.
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परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहा अशोक राणा: 4 अगस्त को परेशान मां बेटी और उनका भाई एसएएफ के कमांडिंग ऑफिसर के सामने पेश हुआ और अपनी पूरी परेशानियों के बारे में उन्हें बताया, इसके बाद सीओ ने अशोक राणा को निलंबित कर दिया. अब वह पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दे रहा है, इस मामले में एडिशनल एसपी गजेंद्र सिंह वर्तमान का कहना है कि "मैंने एसएएफ के अधिकारियों से इस बारे में जानकारी मांगी है, उनसे जानकारी मिलने के बाद कॉन्स्टेबल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. कॉन्स्टेबल के परिवार ने वरिष्ठ अधिकारियों से उसकी पगार को चार हिस्सों में बांटने और रिटायरमेंट का पैसा भी 4 स्थानों पर वितरित करने की गुहार लगाई है."