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Gwalior Human Trafficking: मानव तस्करी का सेंटर बना बदनापुरा, नाबालिग से देह व्यापार कराने वाले गांव के पूरे देश में जुड़े हैं तार

मध्यप्रदेश के ग्वालियर में स्थित बदनावर में मानव तस्करी को लेकर पुलिस शक्ति ऑपरेशन चला रही है. इस ऑपरेशन में पुलिस ने बीते दिनों 6 लड़कियों को बरामद किया था, वहीं आज एक और नाबालिग को बचाया गया है. नाबालिग कोलकाता की बताई जा रही है. बता दें बदनावर से लगातार मानव तस्करी के मामले सामने आते हैं, वहीं इस गंभीर मुद्दे को लेकर ईटीवी भारत ने पहले भी प्रशासन को आगाह किया था. gwalior crime news, police recover minor girls by shakti operation, mp police recover minor girls by shakti operation

badnapur becomes center of human trafficking
मानव तस्करी का सेंटर बना बदनापुर
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Published : Oct 4, 2022, 5:12 PM IST

Updated : Oct 4, 2022, 6:17 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित बदनापुर और रेशम पुरा में नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त के मामले में लगातार एक के बाद एक खुलासे सामने आ रहे हैं. इसी को लेकर आज क्राइम ब्रांच की टीम फिर से बदनापुर पहुंची. जहां से एक और नाबालिग बच्ची को बरामद कर लिया है. पुलिस की पड़ताल में इस नाबालिग का कोई भी रिकॉर्ड नहीं मिला है. नाबालिग ने बताया है कि वह कोलकाता की रहने वाली है और उसकी मां की मौत होने बाद मुंह बोली मौसी उसे बदनापुर गांव में छोड़ कर चली गई. पुलिस अब तक इस पूरे मामले में चार नाबालिग बच्चियों को बरामद कर चुकी है. जिन्हें केयर सेंटर में रखा गया है और उनसे पूछताछ जारी है. इस ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में पुलिस ने एसआईटी गठित कर दी है, जो अलग-अलग पहलुओं पर जांच करेगी. gwalior crime news, police recover minor girls by shakti operation

6 बच्चियां हुईं बरामद: ग्वालियर के बदनापुरा और रेशमपुरा में लड़कियों की खरीद-फरोख्त के मामले में लगातार एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. बता दें दो दिन पहले ग्वालियर पुलिस ने ऑपरेशन शक्ति चलाकर बदनापुरा में सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया था. इस सर्च ऑपरेशन को करीब 180 से अधिक पुलिस जवान और अफसरों ने मिलकर बदनापुर की रेड लाइट एरिया को चारों तरफ से घेरा था. इस सर्च ऑपरेशन में पुलिस को 6 बच्चियां बरामद हुई. जिनकी उम्र लगभग 10 वर्ष से 16 वर्ष है. बरामद किए गए 6 बच्चियों में से गांव वालों ने तीन बच्चियों से संबंधित दस्तावेज दिखा दिए थे, लेकिन तीन बच्चियों के दस्तावेज न मिलने के कारण पुलिस ने इन तीनों नाबालिगों को केयर सेंटर में भिजवा दिया है. इसके बाद क्राइम ब्रांच की पुलिस ने आज फिर से बढ़नापुरा गांव में जाकर पड़ताल की, वहां से एक और बच्ची को बरामद किया. बच्ची ने खुद को कोलकाता का बताया है. उसने बताया कि उसकी मां की मौत होने के बाद उसकी मुंहबोली मौसी कोलकाता से बदनापुर लेकर आई, जहां उसकी शादी कराई और उसके बाद वह देह व्यापार में लिप्त हो गई. पुलिस ने इन चारों बच्चियों को केयर सेंटर में रखा है. जहां उनसे पूछताछ की जा रही है.

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एसआईटी टीम हुई गठित: इस पूरे ऑपरेशन शक्ति को लीड कर रहे आईपीएस ऋषिकेश मीणा ने बताया है कि ग्वालियर का बदनापुर और रेशमपुरा देह व्यापार के लिए बदनाम है. इस गांव में बच्चियों की ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है. मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. लिहाजा पूरे मामले की जांच करने एसआईटी की टीम गठित कर दी है. उन्होंने बताया है कि बदनापुर गांव में लड़कियों की खरीद-फरोख्त करने वाले पुलिस से बचने के लिए लड़कियों से फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनवाते थे. इसको लेकर पुलिस ने शहर में चलने वाले एक क्यूसेक सेंटर से युवक युवतियों को निगरानी में लिया है. इनके आधा सैकड़ा जाली डाक्यूमेंट्स मिले हैं, जिनमें से पांच बदलापुर के हैं. पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और इनसे पूछताछ कर रही है कि उन्होंने बदनापुर में कितने डाक्यूमेंट्स बनाये हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि इस गांव में हर घर में कुछ जारी दस्तावेज पुलिस को मिले हैं. जिनमें जन्म प्रमाण पत्र राशन कार्ड वोटर कार्ड और आधार कार्ड सहित कई दस्तावेज हैं. पुलिस अब इनकी सर्चिंग कर रही है.

मिशन पूरा होने तक चलता रहेगा ऑपरेशन: आईपीएस ऋषिकेश मीणा ने बताया है कि ग्वालियर का यह बदनापुर और रेशमपुरा गांव देह व्यापार का एक बहुत बड़ा सेंटर है. जिस तरीके से लगातार पड़ताल की जा रही है. उसमें संभावना जताई जा रही है कि इस गांव के तार पूरे देश भर से जुड़े हुए हैं. मुंबई दिल्ली कोलकाता सहित अलग-अलग बड़े महानगरों से यहां पर नाबालिग बच्चियों की खरीद-फरोख्त होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन को तब तक जारी रखेंगे, जब तक इस पूरे मामले का भंडाफोड़ नहीं हो जाता. क्योंकि यह मध्य प्रदेश का बदलापुर सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में शुमार हो चुका है. यहां पर पूरे देश भर से नाबालिग बच्चियों की खरीद फरोख्त हो रही है.

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ईटीवी भारत ने पहले भी किया था आगाह: गौरतलब है कि मानव तस्करी और देह व्यापार के लिए बदनाम बदनापुर और रेशम पुरा को लेकर ईटीवी भारत पहले ही पुलिस प्रशासन को आगाह कर चुका है. पिछले साल ईटीवी भारत ने बदनापुर और रेशमपुरा में हो रही खरीद-फरोख्त को लेकर पड़ताल की थी. इस गांव में नाबालिग बच्चों से देह व्यापार कराया जा रहा है. देश के अलग-अलग इलाकों से यहां पर बच्चियां खरीदी और बेची जाती है. इसके साथ ही ग्वालियर चंबल अंचल से कई नाबालिग बच्चियां गायब हैं. इसलिए संभावना यही जताई जा रही है कि शायद इस गांव के लोगों ने उन्हें या तो बेच दिया है या फिर कहीं किसी दूसरी जगह भिजवा दिया है. मामले को लेकर पुलिस लगातार पड़ताल कर रही है और संभावना जताई जा रही है कि मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया बदनापुर गांव में कई खुलासे होने वाले हैं. (gwalior crime news) (police recover minor girls by shakti operation) (mp police recover minor girls by shakti operation)

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्थित बदनापुर और रेशम पुरा में नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त के मामले में लगातार एक के बाद एक खुलासे सामने आ रहे हैं. इसी को लेकर आज क्राइम ब्रांच की टीम फिर से बदनापुर पहुंची. जहां से एक और नाबालिग बच्ची को बरामद कर लिया है. पुलिस की पड़ताल में इस नाबालिग का कोई भी रिकॉर्ड नहीं मिला है. नाबालिग ने बताया है कि वह कोलकाता की रहने वाली है और उसकी मां की मौत होने बाद मुंह बोली मौसी उसे बदनापुर गांव में छोड़ कर चली गई. पुलिस अब तक इस पूरे मामले में चार नाबालिग बच्चियों को बरामद कर चुकी है. जिन्हें केयर सेंटर में रखा गया है और उनसे पूछताछ जारी है. इस ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले में पुलिस ने एसआईटी गठित कर दी है, जो अलग-अलग पहलुओं पर जांच करेगी. gwalior crime news, police recover minor girls by shakti operation

6 बच्चियां हुईं बरामद: ग्वालियर के बदनापुरा और रेशमपुरा में लड़कियों की खरीद-फरोख्त के मामले में लगातार एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. बता दें दो दिन पहले ग्वालियर पुलिस ने ऑपरेशन शक्ति चलाकर बदनापुरा में सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया था. इस सर्च ऑपरेशन को करीब 180 से अधिक पुलिस जवान और अफसरों ने मिलकर बदनापुर की रेड लाइट एरिया को चारों तरफ से घेरा था. इस सर्च ऑपरेशन में पुलिस को 6 बच्चियां बरामद हुई. जिनकी उम्र लगभग 10 वर्ष से 16 वर्ष है. बरामद किए गए 6 बच्चियों में से गांव वालों ने तीन बच्चियों से संबंधित दस्तावेज दिखा दिए थे, लेकिन तीन बच्चियों के दस्तावेज न मिलने के कारण पुलिस ने इन तीनों नाबालिगों को केयर सेंटर में भिजवा दिया है. इसके बाद क्राइम ब्रांच की पुलिस ने आज फिर से बढ़नापुरा गांव में जाकर पड़ताल की, वहां से एक और बच्ची को बरामद किया. बच्ची ने खुद को कोलकाता का बताया है. उसने बताया कि उसकी मां की मौत होने के बाद उसकी मुंहबोली मौसी कोलकाता से बदनापुर लेकर आई, जहां उसकी शादी कराई और उसके बाद वह देह व्यापार में लिप्त हो गई. पुलिस ने इन चारों बच्चियों को केयर सेंटर में रखा है. जहां उनसे पूछताछ की जा रही है.

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एसआईटी टीम हुई गठित: इस पूरे ऑपरेशन शक्ति को लीड कर रहे आईपीएस ऋषिकेश मीणा ने बताया है कि ग्वालियर का बदनापुर और रेशमपुरा देह व्यापार के लिए बदनाम है. इस गांव में बच्चियों की ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है. मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. लिहाजा पूरे मामले की जांच करने एसआईटी की टीम गठित कर दी है. उन्होंने बताया है कि बदनापुर गांव में लड़कियों की खरीद-फरोख्त करने वाले पुलिस से बचने के लिए लड़कियों से फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनवाते थे. इसको लेकर पुलिस ने शहर में चलने वाले एक क्यूसेक सेंटर से युवक युवतियों को निगरानी में लिया है. इनके आधा सैकड़ा जाली डाक्यूमेंट्स मिले हैं, जिनमें से पांच बदलापुर के हैं. पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और इनसे पूछताछ कर रही है कि उन्होंने बदनापुर में कितने डाक्यूमेंट्स बनाये हैं. इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि इस गांव में हर घर में कुछ जारी दस्तावेज पुलिस को मिले हैं. जिनमें जन्म प्रमाण पत्र राशन कार्ड वोटर कार्ड और आधार कार्ड सहित कई दस्तावेज हैं. पुलिस अब इनकी सर्चिंग कर रही है.

मिशन पूरा होने तक चलता रहेगा ऑपरेशन: आईपीएस ऋषिकेश मीणा ने बताया है कि ग्वालियर का यह बदनापुर और रेशमपुरा गांव देह व्यापार का एक बहुत बड़ा सेंटर है. जिस तरीके से लगातार पड़ताल की जा रही है. उसमें संभावना जताई जा रही है कि इस गांव के तार पूरे देश भर से जुड़े हुए हैं. मुंबई दिल्ली कोलकाता सहित अलग-अलग बड़े महानगरों से यहां पर नाबालिग बच्चियों की खरीद-फरोख्त होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन को तब तक जारी रखेंगे, जब तक इस पूरे मामले का भंडाफोड़ नहीं हो जाता. क्योंकि यह मध्य प्रदेश का बदलापुर सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में शुमार हो चुका है. यहां पर पूरे देश भर से नाबालिग बच्चियों की खरीद फरोख्त हो रही है.

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ईटीवी भारत ने पहले भी किया था आगाह: गौरतलब है कि मानव तस्करी और देह व्यापार के लिए बदनाम बदनापुर और रेशम पुरा को लेकर ईटीवी भारत पहले ही पुलिस प्रशासन को आगाह कर चुका है. पिछले साल ईटीवी भारत ने बदनापुर और रेशमपुरा में हो रही खरीद-फरोख्त को लेकर पड़ताल की थी. इस गांव में नाबालिग बच्चों से देह व्यापार कराया जा रहा है. देश के अलग-अलग इलाकों से यहां पर बच्चियां खरीदी और बेची जाती है. इसके साथ ही ग्वालियर चंबल अंचल से कई नाबालिग बच्चियां गायब हैं. इसलिए संभावना यही जताई जा रही है कि शायद इस गांव के लोगों ने उन्हें या तो बेच दिया है या फिर कहीं किसी दूसरी जगह भिजवा दिया है. मामले को लेकर पुलिस लगातार पड़ताल कर रही है और संभावना जताई जा रही है कि मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया बदनापुर गांव में कई खुलासे होने वाले हैं. (gwalior crime news) (police recover minor girls by shakti operation) (mp police recover minor girls by shakti operation)

Last Updated : Oct 4, 2022, 6:17 PM IST
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