ग्वालियर। मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा के चुनाव नजदीक आ रहे हैं विपक्षी पार्टी ने प्रदर्शन और सरकार के मंत्रियों का घेराव करना शुरू कर दिया है. आज बिजली बिल, बिजली कटौती और जन समस्याओं को लेकर सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और महिलाओं ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले का घेराव किया. लगभग 500 की संख्या में कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले पर पहुंचे और प्रदर्शन करने लगे. जब इसकी सूचना पुलिस को मिली तो भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया.
कथनी और करनी में अंतर क्यों: कांग्रेस नेता सुनील शर्मा का कहना है कि, जिले में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के द्वारा भेदभाव किया जा रहा है. उनकी विधानसभा में बिल बकाया है, लेकिन बकाएदारों के मीटर नहीं काटे जा रहे हैं. शहर की अन्य विधानसभा में बिजली बिल वसूलने के लिए कुर्की जारी है. साथ ही उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं. उनको याद दिलाने के लिए आए हैं कि, उनकी कथनी और करनी में अंतर क्यों है. जब गरीब का कनेक्शन कटता था तो खुद ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर नसेनी लेकर उसे जोड़ने जाते थे लेकिन आज वह गरीबों के कनेक्शनों को कटवा रहे है.
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उर्जा मंत्री जोड़ने जाएंगे कनेक्शन: ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले पर कांग्रेसियों के द्वारा हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर जब पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो कांग्रेसी कार्यकर्ता और पुलिस में धक्का-मुक्की भी देखने को मिली. इसके बाद भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और उन्हें गिरफ्तार कर मौके से हटा दिया. इसको लेकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि, मैंने सभी कांग्रेसियों से कहा है कि, अगर किसी गरीब का कनेक्शन कटा है तो तत्काल मुझे सूची उपलब्ध कराएं. मैं खुद कनेक्शन जोड़ने जाऊंगा, लेकिन कांग्रेसियों को अपना समय याद आ गया जब समय पर बिजली उपलब्ध नहीं हो पाती थी. इसलिए उस समय को ताजा करने के लिए आज वह यहां पर आए थे. मंत्री का कहना है कि कांग्रेसी सिर्फ दिखावे के लिए चुनावी नसेनी हैं.