ग्वालियर। इस समय ग्वालियर चंबल अंचल में राजनीति पार्टियां एक दूसरे को टक्कर देने में लगी हैं. यही कारण है कि बीजेपी और कांग्रेस के बाद आम आदमी पार्टी लगातार यहां पर अपने पैर पसार रही है और इसी को लेकर अंचल में अपनी मजबूती दिखाने के लिए 25 जून को खुद सीएम अरविंद केजरीवाल का दौरा तय हुआ था. इस दौरान सिंधिया महल के सामने बड़ी सभा को संबोधित करने वाले थे लेकिन प्रशासन ने केजरीवाल को ग्वालियर उतरने की अनुमति देने से मना कर दिया. प्रशासन का कहना है कि केजरीवाल के दौरे के एक दिन पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान का कार्यक्रम तय है इसलिए उन्हें अनुमति नहीं दी गई. इस कारण अरविंद केजरीवाल का दौरा निरस्त हो गया है सीएम अरविंद केजरीबाल अब एक जुलाई को आएंगे.
1 लाख लोग जुटने का दावा: आम आदमी पार्टी के महासचिव रोहित गुप्ता का कहना है कि सीएम अरविंद केजरीवाल के दौरे को लेकर पूरी सरकार डरी हुई है. इस कारण वह लगातार यह कोशिश कर रही है कि ग्वालियर में केजरीवाल का दौरा नहीं हो, लेकिन आम आदमी पार्टी पूरी तरह तैयार है. आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता पूरी तरह एक और सीएम अरविंद केजरीवाल एक जुलाई ग्वालियर आएंगे. इस दौरान वह एक बड़ी सभा को संबोधित करें जिसमें बताया जा रहा है कि एक लाख से अधिक की भीड़ आम सभा में शामिल होगी. आम आदमी पार्टी का कहना है कि ग्वालियर में आप पार्टी लगातार लोगों के बीच जा रही है और लोग सीएम अरविंद केजरीवाल को सुनना चाहते हैं इसलिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग शामिल होंगे.
AAP का नहीं है वजूद: गौरतलब है कि ग्वालियर चंबल अंचल में सबसे अधिक आम आदमी पार्टी सक्रिय नजर आ रही है. आम आदमी पार्टी के तमाम बड़ी पदाधिकारी ग्वालियर में डेरा डाले हुए हैं और ग्वालियर की 6 विधानसभाओं पर सबसे अधिक नजर है. यही कारण है कि आम आदमी पार्टी से कांग्रेस और बीजेपी घबराई हुई है हालांकि बीजेपी का कहना है कि आम आदमी पार्टी का कोई वजूद नहीं है और नहीं वह कुछ नुकसान कर पाएगी. आम आदमी पार्टी से हमें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. वहीं कांग्रेस का मानना है कि आम आदमी पार्टी सबसे अधिक नुकसान बीजेपी का करेगी क्योंकि पिछले नगरीय निकाय चुनाव में भी सबसे अधिक वोट बीजेपी के काटे थे कांग्रेस को इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.