ग्वालियर। मध्य प्रदेश के कूनो अभ्यारण से आज रविवार को पर्यटकों के लिए खुशखबरी आई है. 1 अक्टूबर से कूनों नेशनल पार्क के दो गेटों को खोल दिया गया है. इसके साथ ही पर्यटकों के इंतजार की घड़ियां भी खत्म हो गई हैं क्योंकि अब वह कभी भी पीपलवाड़ी और अहेरा गेटों से कूनों की सैर कर सकेंगे. हालांकि, टिकटोली का मुख्य गेट अभी भी बंद रहेगा और चीतों के बड़े बाडे में बंद रहने की वजह से पर्यटक चीतों का दीदार भी नहीं कर सकेंगे. लेकिन तेंदुआ, भालू, लकड भग्गा, हिरण, चीतल से लेकर दूसरे तमाम वन्य जीवों को पर्यटक देख सकेंगे.
जीवों के प्रजनन काल के चलते बंद थे अभ्यारण: बता दें कि वन्य जीवों के प्रजनन काल के दौरान पर्यटकों की आवाजाही बंद कर दी जाती है. ताकि, शोर-शराबा और लोगों की आवाजाही से वन्य जीव डिस्टर्ब न हो. इसके लिए हर साल 30 जून से 30 सितंबर तक 3 महीने के लिए कूनों नेशनल पार्क सहित अन्य अभ्यारण को पर्यटकों के के लिए बंद कर दिया जाता है. अब यह अवधि पूरी हो गई है इसलिए 1 अक्टूबर से फिर से कूनों नेशनल पार्क के गेटों को खोल दिया है. अब पर्यटक पीपलवाड़ी और अहेरा गेट से कूनों के अंदर घूमने जा सकेंगे. Sanctuaries Closed Due to Breeding Season.
मुख्य गेट रहेगा बंद: टिकटोली के मुख्य गेट को फिलहाल बंद ही रखा गया है. इसके पीछे की वजह यह है कि इसी गेट के अंदर चीतों का बड़ा बाड़ा है. ऐसे में यहां से आवाजाही होने पर चीतों को स्ट्रेस हो सकता है, साथ ही उनकी सुरक्षा से जुड़े कई मुद्दे भी हैं, इसलिए विभाग के अधिकारियों ने यह निर्णय लिया है कि फिलहाल यह गेट पर्यटकों के लिए बंद रहेगा.