ग्वालियर। लंबे अरसे से ब्रेन ट्यूमर से जूझ रही एक लड़की का बिरला अस्पताल के डॉक्टरों ने अलग तरीके से ऑपरेशन किया है. ऑपरेशन के दौरान सौम्या को न तो बेहाेश किया गया और न ही उसे काेई तकलीफ हुई. वह पियानो बजाती रही और डॉक्टरों की टीम ने उसके सिर की हड्डी में छेद कर ट्यूमर निकाल दिया. डॉक्टरों का कहना है कि बच्ची के सिर के केवल उसी हिस्से को सुन्न किया गया था, जो बेहद जरूरी था.
सौम्या को आते थे मिर्गी के दौरे
मुरैना जिले के बानमौर कस्बे में रहने वाली 9 साल की सौम्या को मिर्गी के दौरे आते थे. जांच में पता चला कि उसके सिर की हड्डी में ट्यूमर है. यह ट्यूमर उस हिस्से में था, जो बेहद नाजुक था और ओपन सर्जरी करने में बच्ची की जान का जोखिम था. इसमें बच्ची को पैरालाइट अटैक आने की भी संभावना थी. इसलिए डॉक्टरों ने बच्ची को बिना बेहोश किए उसके लगातार बातचीत की और उसे पियानो बजाने के लिए दिया. डॉक्टरों ने अवेक क्रेनियोटोमी यानी (कपाल छेदन) प्रक्रिया से हड्डी में छेद कर ट्यूमर निकाल दिया. सौम्या का ऑपरेशन 3 दिन पहले बिरला अस्पताल में हुआ था. डॉक्टरों ने बच्ची के डिस्चार्ज होने के बाद उसके फोटो को शेयर किया है.
ऑपरेशन के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज हुईं सौम्या
बिरला अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि इसे अपनी बड़ी सफलता बताया है. शनिवार को बच्ची का डिस्चार्ज टिकट बनाकर उसे घर भेज दिया गया. फिलहाल उसे आराम करने की सलाह दी गई है. अवेक क्रेनियोटॉमी प्रक्रिया में मरीज के उस हिस्से को सुन्न किया जाता है, जहां बेहद आवश्यकता होती है. ग्वालियर में यह अपने तरह का पहला ऑपरेशन है, जिसकी फोटोग्राफी की गई. ऑपरेशन के दौरान लड़की ने भी डॉक्टरों को अपने आत्मबल के कारण निराश नहीं होने दिया और अस्पताल के स्टाफ से वह लगातार बात करती रही और पियानो बजाती रही.
क्या है ब्रेन ट्यूमर?
ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाओं का एक संग्रह या पिंड है. खोपड़ी (स्कल) के अंदर असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि समस्या पैदा कर सकती है. ब्रेन ट्यूमर कैंसरजन्य (मैलिग्नेंट) या कैंसर रहित (बिनाइन) हो सकता है. जब मैलिग्नेंट ट्यूमर बढ़ते हैं, तो वे आपकी खोपड़ी के अंदर दबाव बढ़ा सकते हैं, ये मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकते हैं. ब्रेन ट्यूमर वयस्कों और बच्चों दोनों में हो सकता है.
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
- मिर्गी के दौरे आना
- ब्रेन ट्यूमर के सबसे आम लक्षणों में से एक सिरदर्द का बढ़ना है.
- यह सिरदर्द सुबह के समय अधिक तेज होता है.
- जी मिचलाना और उल्टी होना.
- हाथों और पैरों में कमजोरी महसूस होना.
- देखने या सुनने में कठिनाई होना.