भोपाल। ग्वालियर-चंबल संभाग में दो अप्रैल 2018 को दलित आंदोलन के दौरान हुई हिंसा को लेकर कम्युनिस्ट पार्टी की पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने मुख्यमंत्री कमलनाथ और गृह मंत्री बाला बच्चन से मुलाकात की. इस दौरान पूर्व सांसद ने कहा कि हिंसा के इतने समय बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
दलित आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के मामले में कार्रवाई नहीं होने से नाराज सुभाषिनी ने ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि हिंसा में दलितों पर हमले करने वालों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए. साथ ही हत्या के मामले में धारा-302 के तहत कार्रवाई की जाए.
सीपीआई नेता ने मांग करते हुए कहा कि इस हिंसा के असली अपराधियों को बचाने और पीड़ितों को ही प्रताड़ित करने के इरादे से सैकड़ों दलितों पर लादे गए मुकदमे भी वापस लिए जाएं. इसके अलावा हिंसा में मारे गए सभी मृतकों के परिजनों को समुचित मुआवजा दिया जाए और प्रदेश भर में जारी दलित-आदिवासी उत्पीड़न पर रोक लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो प्रदेश भर में उग्र आंदोलन किया जाएगा.