ग्वालियर। पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित प्रभारी मंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में नगर निगम की जरूरतों के लिए राशि जारी करने की मांग की, जिस पर उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा मिला है .
दरअसल, कोरोना काल में नगर निगम और स्मार्ट सिटी के विकास कार्य बेहद पिछड़ गए हैं. सिर्फ सड़क, सीवर और लाइट के लिए नगर निगम को करीब 200 करोड़ रुपए की जरूरत है. कोरोना वायरस के कारण नगर निगम पर वर्क लोड बढ़ा है. क्योंकि उसके कर्मचारी सेनेटाइजिंग, साफ-सफाई और सुरक्षा के काम में लगे हैं. जिससे उनका खर्चा बढ़ा है. इसके विपरीत नगर निगम का एक बड़ा आय का स्त्रोत टैक्स वसूली का काम कोरोना के चलते शुरू नहीं हो सका है.
जबकि लॉक डाउन खत्म होने के बाद स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत करीब 900 करोड़ से ज्यादा के काम प्रशासन शुरू करा रहा है. जो अभी की स्थिति में ज्यादा जरूरी नहीं है. बारिश के सीजन के लिए सिर्फ दो महीने का समय बचा है, ऐसे में नगर निगम के विकास कार्यों को तेजी से शुरू करना चाहिए पर वो नहीं हो पा रहे हैं.
उधर स्मार्ट सिटी प्रशासन, स्मार्ट रोड, थीम रोड, कटोरा ताल पर फव्वारे लगाने रिवर एंड डेवलपमेंट, टूरिस्ट इंफॉर्मेशन सेंट्रल सहित अन्य विकास कार्यों पर जल्द ही काम शुरू कराने की तैयारी किए बैठा है. इसके अलावा महाराज बाड़े पर फुटपाथ बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करने की तैयारी है.