ग्वालियर। इन दिनों टोटल लॉकडाउन जारी है. इस दौरान गरीब और निम्न मध्यमवर्गीय लोगों को राशन के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. जिला प्रशासन की पहल पर पिछले दिनों गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों को राशन वितरित कराया गया था, लेकिन शनिवार को जब सफेद कार्ड धारियों को आटे के पैकेट वितरित कराए गए तो लोगों का हुजूम इस तरह उमड़ा कि वहां सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने जैसी नियमों का मखौल उड़ाया गया.
दरअसल ग्वालियर में लंबे अरसे से लॉकडाउन जारी है. ऐसे में गरीब मजदूर और निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों से संबंधित लोगों को राशन मुहैया होने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. प्रशासन की पहल पर पिछले दिनों बीपीएल राशन कार्ड धारियों को 3 महीने का राशन इकट्ठा दिलवाया गया था. अब ऐसे राशन कार्ड धारियों को आटे के पैकेट बांटे जा रहे हैं, जो एपीएल की श्रेणी में आते हैं यानी उनके पास सफेद राशन कार्ड होना जरूरी होता है. शनिवार को जब शिंदे की छावनी क्षेत्र में कई स्थानों पर आटे के पैकेट बांटे जा रहे थे, तो वहां लोगों का हुजूम जमा हो गया, हालात ऐसे हो गए कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा.
पुलिस ने सोशल डिस्टेंसिंग का हवाला देते हुए कई बार लोगों को दूर-दूर कतार में खड़े होने की समझाइश दी, लेकिन लोगों पर इसका असर नहीं हुआ. लोग एक-दूसरे से बिल्कुल सटकर खड़े हुए थे. कई लोग तो मुंह पर मास्क भी नहीं लगाए थे. कोरोना वायरस के कारण लोगों को बार-बार सेफ्टी मेजरमेंट अपनाने की समझाइश दी जा रही है, बावजूद इसके लोग जोखिम उठाकर भीड़ भाड़ में जाने से भी नहीं बच रहे हैं.