ग्वालियर। चंबल अंचल में आई बाढ़ के बाद ग्वालियर नगर निगम ने बांधों की स्थिति को समझने के लिए एक ऐप तैयार किया है. बाढ़ नियंत्रण एप के पहले फेस का प्रेजेंटेशन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के मोती महल स्थित कंट्रोल कमांड सेंटर में देखा. इस ऐप में ग्वालियर चंबल संभाग के सभी बांधों की स्थिति मॉनिटर की जा सकती है. समय रहते लोगों को सचेत भी किया जा सकता है.
पूर्वानुमान के आभाव में बाढ़ का सामना
दरअसल कई दशकों के बाद ग्वालियर चंबल संभाग में भारी बारिश के चलते जान, माल, पशुधन, सड़क और सरकारी संपत्ति का बड़ा नुकसान हुआ है. कई बार प्रशासन बारिश के पूर्वानुमान का आकलन नहीं कर सका, जिसके कारण ग्वालियर चंबल संभाग में कई बांध लबालब हो गए और बाढ़ का सामना करना पड़ा. ऐसे में कई बांधों को डैमेज होने से बचाने के लिए प्रशासन को बांध के गेट खोलना पड़े. जिससे कई ग्रामीण इलाके प्रभावित हुए हैं.
सिंधिया के निर्देश पर बना ऐप
इसे लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अधिकारियों को निर्देशित किया था कि कोई ऐसा मौसम का मॉनिटरिंग सिस्टम डिवेलप किया जाए, जिससे लोगों को समय रहते प्रशासन सचेत कर उनकी मदद सके. इसी के चलते स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन ने बाढ़ नियंत्रण ऐप का बनाया है. जिसे स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह ने प्रेजेंटेशन देकर केंद्रीय मंत्री सिंधिया को दिखाया.
बाढ़ प्रभावित जिलो में भेजी मदद
सिंधिया ने इस ऐप की तारीफ की है. इसके अलावा उन्होंने शिवपुरी, गुना और श्योपुर के लिए अभी तक 15 ट्रक खाद्य सामग्री के लोगों की मदद के लिए पहुंचाएं हैं. इस मामले में ग्वालियर प्रशासन का कहना है कि जिले में तीस हजार लोग बारिश से प्रभावित हुए हैं. लोगों को समय रहते राहत पहुंचाई जा रही है. वहीं मुख्यमंत्री के निर्देश पर श्योपुर जिले में भी लोगों को खाद्य सामग्री की मदद पहुंचाई गई है.