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कृषि कानून के विरोध में किसान महापंचायत का आयोजन

आज ग्वालियर शहर के फूलबाग चौराहे पर कृषि कानूनों के विरोध में किसान महापंचायत का आयोजन हुआ. इस महापंचायत कांग्रेस के साथ-साथ अन्य विपक्षी दल भी शामिल रहे.

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किसान महापंचायत का आयोजन
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Published : Feb 3, 2021, 3:05 PM IST

ग्वालियर। दिल्ली के साथ-साथ ग्वालियर चंबल संभाग में भी किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है. आज फूलबाग चौराहे पर किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया. यह महापंचायत AIKS के बैनर तले आयोजित की गई, जिसमें कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

दरअसल, शहर में बीते 34 दिनों से किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. जब दिल्ली में 26 जनवरी को बवाल मचा, तो उसके बाद से ही किसानों को घेरा जा रहा है. इसके विरोध में आज किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत के दौरान बड़ी संख्या में किसान नेता यहां पर मौजूद रहे.

किसान महापंचायत का आयोजन

किसान नेता का कहना है कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक धरना जारी रहेगा. उनका ये भी कहना है कि जिस तरह से शहर में कृषि कानूनों के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है. उसको कुछ लोग दबाना चाहते हैं. यही वजह है कि 2 दिन पहले नकाबपोश युवकों ने यहां पर उत्पात मचाया और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की.

महापंचायत में किसानों की संख्या कम

किसान महापंचायत को लेकर दावा किया जा रहा था कि 100 से अधिक गांव के किसान इसमें शामिल होने वाले है, लेकिन इस महापंचायत में किसानों की संख्या काफी कम देखने को मिली. इसका कारण ये है कि जिला प्रशासन ने इस महापंचायत का आयोजन करने की अनुमति नहीं दी.

ग्वालियर। दिल्ली के साथ-साथ ग्वालियर चंबल संभाग में भी किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है. आज फूलबाग चौराहे पर किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया. यह महापंचायत AIKS के बैनर तले आयोजित की गई, जिसमें कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

दरअसल, शहर में बीते 34 दिनों से किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. जब दिल्ली में 26 जनवरी को बवाल मचा, तो उसके बाद से ही किसानों को घेरा जा रहा है. इसके विरोध में आज किसान महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत के दौरान बड़ी संख्या में किसान नेता यहां पर मौजूद रहे.

किसान महापंचायत का आयोजन

किसान नेता का कहना है कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक धरना जारी रहेगा. उनका ये भी कहना है कि जिस तरह से शहर में कृषि कानूनों के विरोध में अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है. उसको कुछ लोग दबाना चाहते हैं. यही वजह है कि 2 दिन पहले नकाबपोश युवकों ने यहां पर उत्पात मचाया और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की.

महापंचायत में किसानों की संख्या कम

किसान महापंचायत को लेकर दावा किया जा रहा था कि 100 से अधिक गांव के किसान इसमें शामिल होने वाले है, लेकिन इस महापंचायत में किसानों की संख्या काफी कम देखने को मिली. इसका कारण ये है कि जिला प्रशासन ने इस महापंचायत का आयोजन करने की अनुमति नहीं दी.

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