ग्वालियर। भ्रष्ट अफसरों की हरकतों के कारण मध्यप्रदेश में बदनाम हो चुकी ग्वालियर नगर निगम के एक अधिकारी और उसके सहायक को ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ) ने 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. नगर निगम का जोनल ऑफिसर मनीष कन्नौजिया प्लॉट कारोबारी अनूप कुशवाहा से 3 लाख रुपए की रिश्वत की मांग कर रहा था. मामला 2 लाख रुपए में तय हुआ था, लेकिन अनूप ने इसकी शिकायत ईओडब्ल्यू से कर दी थी. जिसके बाद टीम ने अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
- 50 हजार की पहली किस्त लेते किया गिरफ्तार
दरअसल ठेकेदार द्वारा काटे गए कुछ प्लॉट्स पर बने निर्माण को अवैध बता कर क्षेत्रीय अधिकारी मनीष कनौजिया निर्माण तोड़ने की धमकी दे रहे थे. नहीं तोड़ने की एवज में मनीष ने 3 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की. सौदा 2 लाख रुपए में तय हुआ और उसकी पहली किस्त 50 हजार रुपए लेने के लिए मनीष कनौजिया ने अनूप कुशवाहा को बुलाया. अनूप कुशवाहा शारदा विहार स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में मनीष कन्नौजिया को उसके कक्ष में जैसे ही रुपए दिए तो बाहर पहले से तैयार ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने क्षेत्रीय अधिकारी मनीष कनौजिया को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है.
ग्वालियर: सिटी प्लानर लाखों की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, EOW ने की कार्रवाई
- टाइप राइटर को भी किया गिरफ्तार
ईओडब्ल्यू ने रिश्वत कांड में शामिल क्षेत्रीय अधिकारी मनीष कनौजिया के सहायक टाइप राइटर इंदर सिंह को भी गिरफ्तार किया है. यह पहला मौका नहीं है जब ईओडब्ल्यू ने नगर निगम के अधिकारी को रिश्वत लेते पकड़ा हो. पिछले साल नगर निगम के सिटी प्लानर प्रदीप वर्मा को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए ईओडब्ल्यू सुर्खियों में आई थी. जो ईओडब्ल्यू का पहला और सबसे बड़ा ट्रेप था.