ग्वालियर। एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. सोमवार को ईटीवी भारत में दिखाया था कि 3 महीने से आबकारी विभाग के मुखिया यानी आबकारी आयुक्त राजीव चंद्र दुबे मुख्यालय नहीं आये. उन्होंने कैंप ऑफिस भोपाल से ही काम किया है. जिसके कारण मध्यप्रदेश में शराब माफिया हावी हो गया.
क्षेत्र में हालात बेकाबू
आबकारी आयुक्त के भोपाल चले जाने से उनका नियंत्रण संभागीय मुख्यालय से हट गया था, जिसके कारण लगातार मध्यप्रदेश में जहरीली शराब से 40 मौत हो चुकी है. जिसमें मुरैना में 24 लोगों ने दम तोड़ दिया था. खबर के बाद मंगलवार को आबकारी आयुक्त ग्वालियर पहुंचे जिसके बाद उन्होंने अपना ऑफिस ज्वाइन किया है।
कैंप ऑफिस से कम्युनिकेशन होता है सही
Etv Bharat से बात करते हुए उन्होंने का कि वह कुछ असुविधाओं के लिए ग्वालियर नहीं आये थे, भोपाल से ही काम चलाते रहे. क्योंकि भोपाल से सरकार की नीतियां बनती है. इससे वहां रह के काम करने में सही कम्युनिकेशन हो पाता है.
नीति निर्माण के लिए भोपाल से कर रहे थे काम
आबकारी आयुक्त राजीव चंद्र दुबे ने कहा कि नए वर्ष को लेकर भी भोपाल में कुछ नीतियों पर काम हो रहा था, जिस कारण वह भोपाल के दफ्तर से ही अपना काम चला रहे थे.
Etv Bharat की खबर का असर
बता दें मध्य प्रदेश के आबकारी विभाग का मुख्यालय ग्वालियर में मौजूद है, जिसमें बीते 2 नवंबर से विभाग के मुखिया यानी आबकारी आयुक्त ने कदम नहीं रखा था. राजीव चंद्र दुबे आबकारी विभाग का दफ्तर भोपाल के कैंप ऑफिस ही संचालित कर रहे थे. हालात यह हो गए हैं कि मध्य प्रदेश के हर जिले में शराब माफिया हावी हो गए. इसी को लेकर Etv Bharat ने खबर प्रसारित की थी, जिसके बाद आबकारी आयुक्त ने मंगलवार अपना ऑफिस ज्वाइन कर लिया.