ग्वालियर। 8 जून को 80 दिन बाद मंदिरों के पट भक्तों के लिए खोले गए हैं, लेकिन ग्वालियर के प्रसिद्ध साईं भक्तों के लिए गुरूवार का विशेष महत्व है. इससे पहले गुरूवार को श्रद्धालुओं का आना-जाना मंदिर में लगा रहा, इसके लिए मंदिर परिसर में विशेष इंतजाम किए गए हैं.
भक्तों को कम संख्या में अंदर प्रवेश दिया जा रहा है, गेट पर ही सेनिटाइजर लगाया गया है, लेकिन भक्तों से साफ मनाई की गई है कि वे दूर से ही बैरिकेडिंग के बाहर से दर्शन करेंगे. इस दौरान भी अपने साथ कोई माला प्रसाद अथवा अभिषेक का सामान नहीं ला सकेंगे.
भक्तों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसके लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. इसके अलावा मंदिर परिसर में गोले बनाए गए हैं. मुख्य गेट को बंद रखा गया है और पिछले गेट से श्रद्धालुओं को मंदिर में एंट्री दी जा रही है. मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं की खुशी का ठिकाना नहीं था. उनका कहना था कि अरसे बाद उन्हें नजदीक से बाबा के दर्शन हुए हैं, इससे वे अभिभूत हैं. लेकिन गुरूवार सुबह भक्तों की ठीक-ठाक भीड़ हो गई थी.
प्रबंधन का कहना है कि भक्तों की भीड़ एकदम परिसर में नहीं बढ़े इसलिए गेट पर ही लोगों को रोका जा रहा है. और कम संख्या में ही लोगों को बाबा के दर्शन के लिए अनुमति दी जा रही है. लेकिन इस दौरान कोई भी चढ़ावा, फूल, माला प्रसाद या अभिषेक भी वर्जित किया गया है.