ग्वालियर। शहर में कोरोना वायरस के खौफ के चलते निजी नर्सिंग होम और अस्पताल संचालकों ने अस्पताल बंद कर रखे हैं, जबकि राज्य सरकार ने सभी निजी अस्पताल और नर्सिंग होम संचालकों को निर्देश जारी किए हैं कि वह अपना अस्पताल नियमित रूप से चालू करके कोरोना के अलावा दूसरी बीमारियों का इलाज करें और यदि कोरोना वायरस से संबंधित कोई मरीज उनके अस्पताल में आता है तो उसे जयारोग्य अस्पताल और मुरार जिला अस्पताल के लिए रेफर करें.
वहीं 5 दिन बीतने के बाद भी निजी अस्पताल और नर्सिंग होम मरीजों को तो भर्ती कर रहे हैं, लेकिन वे सिर्फ पैरामेडिकल स्टाफ और ऑन कॉल डॉक्टरों के भरोसे हैं. इससे मरीजों की सेहत से खिलवाड़ हो रहा है.
इधर शहर के एक निजी अस्पताल की लापरवाही की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम झांसी रोड स्थित इंडस अस्पताल को चेक करने पहुंची, जहां 7 मरीज आइसीयू में भर्ती थे, लेकिन उन्हें अटेंड करने वाला कोई भी डॉक्टर नहीं था, सिर्फ पैरामेडिकल स्टाफ के भरोसे अस्पताल चल रहा था. लिहाजा स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल संचालक को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं.