ग्वालियर। इस कोरोना संक्रमण काल में हमारी पुलिस अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों की सुरक्षा करने में लगी हुई है. दिन हो या रात, चौक-चौराहा हो या फिर कोई गली-मोहल्ला, वे इस संक्रमण से डट कर मुकाबला कर रहे हैं. यही वजह है कि पुलिस दूसरों की जान बचाने में पीछे नहीं हट रही है. सेवा की मिसाल पेश किया है ग्वालियर के सीएसपी रत्नेश तोमर ने. कुछ दिन पहले उनकी मां कोरोना संक्रमित पाई गई थी. उसके बाद उनकी मौत हो गई. मां के संक्रमित होने के साथ-साथ सीएसपी रत्नेश तोमर भी संक्रमित हो गये थे. कोरोना से ठीक होने के बाद अब वे अपने प्लाज्मा से दूसरों की जान बचा रहे हैं.
प्लाजा दे मरीजों की कर रहे हैं मदद
कुछ दिन पहले सीएसपी राजेश तोमर की मां कोरोना संक्रमित हुई थी. उसके बाद खुद सीएसपी कोरोना की चपेट में आ गए थे. उन्होंने अपने साथ-साथ मां का भी इलाज कराया, लेकिन 14 दिन बाद उनकी मां का देहांत हो गया. सीएसपी रत्नेश कोरोना से जंग जीतने के बाद अब पूरी तरह स्वस्थ है और अब वह लोगों की जान बचा रहे हैं. हालांकि कोरोना की जंग में उन्होंने अपनी मां को खो दिया है. ठीक होने के बाद रत्नेश तोमर फिर से लोगों की सुरक्षा के लिए अपनी ड्यूटी पर आ गये हैं. उन्होंने अपना प्लाज्मा देकर दो मरीजों की जान बचाई है.
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अपनों को खोने के बाद पता चलता है दूसरे का गम
सीएसपी रत्नेश तोमर का कहना है कि जब कोई अपना हमें छोड़ कर चला जाता है, तब हमें दूसरे के गम का पता चलता है. मां के जाने के बाद एहसास हुआ कि जिन परिवारों के अपने बिछड़ रहे हैं, उन्हें कितना दर्द होता होगा. ऐसे में हम सब को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए. लोगों का इस संकट में साथ देना चाहिए. जो व्यक्ति कुछ मदद करने में सक्षम है, उन्हें जरूर आगे आना चाहिए.