ग्वालियर| निजी नर्सिंग होम द्वारा किस तरह से मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है इसका ताजा उदाहरण ग्वालियर में देखने को मिला है. जहां महिला की एक ऐसी जांच कर दी गई जो अक्सर पुरुषों की होती है. उसी के आधार पर महिला का इलाज भी शुरू कर दिया गया, लेकिन जब महिला को इलाज में आराम नहीं मिला तो दूसरे डॉक्टर से परीक्षण कराने पर इस गड़बड़ी का पर्दाफाश हुआ.
घटना को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की जिला इकाई ने सीएमएचओ ऑफिस पहुंचकर दोषी लिंक हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. खास बात यह है कि सीएमएचओ डॉ वीके गुप्ता से टाइम लेने के बावजूद सीपीएम से ज्ञापन को लेने वह कार्यालय में नहीं पहुंचे, कार्यकर्ताओं ने करीब 1 घंटे तक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गुप्ता का इंतजार किया है. उनके नहीं पहुंचने पर नारेबाजी और धरना प्रदर्शन भी शुरू कर दिया गया.
सीपीएम नेता ने बताया कि कल्पना कुशवाह नामक महिला को पेट में तकलीफ होने के बाद शिवपुरी लिंक रोड पर स्थित लिंक हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने उसे परीक्षण किया था. घटना 1 सितंबर की है वहां महिला की जांच कराई लेकिन उसकी प्रोस्टेट की रिपोर्ट नॉर्मल बताकर जांच शुरू कर दी गई, लेकिन इलाज से आराम नहीं मिलने पर दूसरी जगह अल्ट्रासाउंड और डॉक्टर को दिखाने पर यह लापरवाही सामने आई. सीपीएम ने ऐसे लापरवाह नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.