ग्वालियर। डेंगू के प्रकोप के ग्वालियर में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है. जीआरएमसी मेडिकल कॉलेज से जारी रिपोर्ट में 2 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. यह दोनों मरीज दूसरे राज्यों से ग्वालियर आए हैं. स्वास्थ्य विभाग अब इन मरीजों की कांटेक्ट हिस्ट्री तलाशने में जुट गया है. ग्वालियर में 2077 मरीजों के सैंपल लिए थे जिनमें से 2 मरीज संक्रमित पाए गए हैं. एक मरीज हाल में ही मालानी से लौट कर आए थे, वहीं दूसरे मरीज राजस्थान में नौकरी करते हैं, और दिवाली की छुट्टियां में घर आए हैं.
बढ़ती भीड़ से बढ़ता खतरा
दीपावली का त्यौहार है, ऐसे में बाहर से लोग अपने घर पहुंच रहे हैं और ग्वालियर भी एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर हर राज्य के व्यक्ति आते हैं. ऐसे में कोविड-19 के संक्रमण का खतरा बढ़ने लगा है. लोग हवाई यात्रा के साथ-साथ रेलवे और बस से भी अपने घर पहुंच रहे हैं, जबकि हालात यह हैं कि इन तीनों जगह सही तरीके से न तो सैंपलिंग की जा रही है और ना ही यात्रियों की जांच की जा रही है. ऐसे में फिलहाल कोरोना संक्रमण के दो केस मिले हैं, आशंका जताई जा रही है कि यह आंकड़ा अब धीरे-धीरे बढ़ेगा.
ग्वालियर के सीएमएचओ डॉ मनीष शर्मा का कहना है कि प्रोटोकॉल पालन करने की एडवाइजरी पहले से जारी है क्योंकि त्योहारों का समय है, ऐसे में लोग लापरवाही बरत रहे हैं. उनका कहना है कि त्योहार में लोग दूसरे राज्यों से ग्वालियर लौटेंगे, ऐसे में संक्रमण बढ़ सकता है. इसलिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट पर नॉनस्टॉप टेस्टिंग में तेजी लाई जाएगी. फेस्टिव सीजन में लोगों को सतर्क रहना चाहिए इसके साथ ही मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरे तरीके से ध्यान रखना चाहिए.
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चंबल अंचल में डेंगू का कहर जारी
इधर ग्वालियर चंबल अंचल में डेंगू का प्रकोप काफी भयावह होता जा रहा है. डेंगू का आंकड़ा 1200 को पार कर चुका है. 10 सालों में पहली बार डेंगू के इतने मरीज मिले है. अस्पतालों में प्लेटीलेट्स के लिए मरीज दर-दर भटक रहे हैं. इसके साथ ही डेंगू के इलाज में आने वाली दवाइयों की भी कमी देखी जा रही है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि दो दिन से सर्दी बढ़ गई है, इसलिए डेंगू का प्रकोप भी कम होता जाएगा.