ग्वालियर। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन बीजेपी सरकार द्वारा शुरु की प्रसूति सहायता योजना ठंडे बस्ते में पड़ी नजर आ रही है. ग्वालियर जिले में प्रसूति सहायता योजना के अंतर्गत आने वाली 5 हजार से ज्यादा महिलाओं को इस योजना से मिलन वाली राशि प्राप्त नहीं हुई है. बीजेपी पूरे मामले में कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रही है. तो कांग्रेस सरकार के मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर ने पूरे मामले की जांच कराए जाने की बात कही है.
सूबे में नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री प्रसूति सहायता के लिए मिलने वाला बजट जारी नहीं हुआ है. जिसकी वजह से ग्वालियर में 5 महीने से जिले की करीब 5 हजार प्रसूताओं को मिलने वाली 15 हजार राशि नहीं मिली सकी है. मामले की शिकायते सीएम हेल्पलाइन में भी लगातार बढ़ रही है. जिसकी जानकारी कलेक्टर ने भी सरकार को दी थी. राशि जारी न होनो पर ग्वालियर के जयारोग चिक्तिसालय के अधीक्षक का कहना है कि पिछले 6 महीने में फंड नहीं आया है, जिसके चलते राशि का भुगतान नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की गई है. आशा कार्यकर्ता का कहना है कि उनके यहां प्रसूता कई बार राशि के लिए चक्कर काट रही हैं. लेकिन सरकार के पास फंड न होने की वजह से पैसा नहीं मिल पा रहा है.
जयारोग्य अस्पताल प्रबंधन की माने तो 85 प्रतिशत प्रसूति सहायता का राशि भुगतान नहीं की गई है. मामले में ग्वालियर से बीजेपी के सांसद विवेक शेजवलकर का कहना है कि प्रदेश सरकार बदलने के कारण इस योजना पर भी ग्रहण लग गया है. क्योंकि महिलाओं की सुरक्षा के लिए तत्कालीन बीजेपी सरकार ने इसको लागू किया था, लेकिन कांग्रेसी सरकार आने के बाद यह योजना पूरी तरह से ठप हो गई.
कमलनाथ सरकार के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है, कि किसी कारणवश महिला हितग्राहिओं के खाते में राशि नहीं पहुंची है. जिसकी मॉनिटरिंग करवा रहे हैं. मंत्री का कहना है कि पूरे ग्वालियर के बारे में इस तरह की जानकारी नहीं है मीडिया के द्वारा मामला संज्ञान में आया है इस मामले के बारे में बात करुंगा.