ग्वालियर। सरकारी स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता मजबूत करने के लिए कलेक्टर ,सीईओ समेत सभी विभागीय अधिकारी स्कूल में जाकर क्लास लेंगे. जिले में विद्या धन योजना के तहत यह कार्यक्रम निर्धारित किया गया है.
इस योजना का उद्देश्य पांचवीं कक्षा तक के बच्चों की नींव मजबूत करना है. कक्षा 6 से 9 तक के बच्चों की योग्यता का संवर्धन करना है. जबकि दसवीं से बारहवीं तक के बच्चों को उड़ान योजना के तहत कई परीक्षाओं जैसे मेडिकल, इंजीनियरिंग के तैयारियों की बारीकियां सिखाना है. कलेक्टर अनुराग चौधरी ग्वालियर के सभी सरकारी स्कूलों के बच्चों की शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिए विद्यादान योजना शुरू करने जा रहे हैं.
इस योजना के तहत सभी सरकारी कर्मचारी अपने चयनित स्कूल में जाकर बच्चों को पढ़ाएंगे. आईआईटीएम, एटीएम के साथ ही दूसरे कॉलेजों के छात्रों से भी सरकारी स्कूल में जाकर एक-एक क्लास को पढ़ाने का आग्रह किया जाएगा. कलेक्टर ने कहा कि यह सरकारी काम न होकर हम सब का नैतिक दायित्व होना चाहिए. अधिकारी-कर्मचारी स्वेच्छा से अपने स्कूल का चयन कर बच्चों को पढ़ाने जाएं. साथ ही अधिकारी कर्मचारियों की शिक्षित पत्नियां भी स्वेच्छा से सरकारी स्कूल में जाकर विद्यादान योजना में पढ़ाएंगीं.