ग्वालियर। मोबाइल चोरी के आरोप को लेकर सुसाइड करने वाली एक युवती को पूरे 41 महीने बाद न्याय मिला है. पुलिस ने युवती को आत्महत्या के लिए उकसाने वाले उसके पांच दोस्तों पर केस दर्ज किया है. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों ने युवती पर मोबाइल चोरी करने का आरोप लगाते हुए उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाया था. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
एसआई राहुल तिवारी ने बताया कि छतरपुर जिले की रहने वाली 22 साल की काव्या मिश्रा ग्वालियर के एमआईटीएस कॉलेज में इंजीनियर की पढ़ाई कर रही थीं. वहां गोला का मंदिर थाना क्षेत्र के प्रगति विहार में किराए का मकान लेकर अपनी दोस्त पूजा वर्मा के साथ रहती थीं. लेकिन छात्रा काव्या ने 13 फरवरी 2017 को फांसी लगाकर जान दे दी थी.
पुलिस की जांच 41 महीने के बाद पूरी हुई और मामले की जांच में पुलिस को पता चला कि पूजा और काव्या में गहरी मित्रता थी और पूजा का मोबाइल चोरी हो गया था, जिसका इल्जाम पूजा ने काव्या पर लगाया और उसे मोबाइल वापस करने का दबाव बना रही थी.
इस दौरान पूजा के साथ रुचि, ज्योति, आकाश और सन्नी भी उसे प्रताडि़त कर परेशान कर रहे थे. जिससे तंग आकर एक दिन युवती ने आत्महत्या कर ली. छात्रा को आत्महत्या के लिए उसकी सहेली पूजा वर्मा, ज्योति चौरसिया, रुचि, आकाश और सन्नी के द्वारा उकसाया था. पुलिस ने जांच के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.