ग्वालियर। विश्वव्यापी आर्थिक मंदी का असर इस बार दीपावली पर साफतौर पर देखने को मिल रहा है. सर्राफा कारोबार पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी कम रहने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके पीछे मंदी के साथ-साथ, सोने के दामों में हुई बढ़ोत्तरी और गोल्ड में इन्वेस्टमेंट में लोगों की कम रुचि को प्रमुख कारण माना जा रहा है.
ग्वालियर में सर्राफा कारोबार इस बार धनतेरस पर कितना धन वर्षा करेगा, इसको लेकर सर्राफा कारोबारी वेट एंड वाच की स्थिति में नजर आ रहे हैं क्योंकि सर्राफा व्यापारी नया माल मंगाने की स्थिति में नहीं हैं. मांग के अनुरूप ही कम मात्रा में सोने के आइटम मंगाए जा रहे हैं. हालांकि, बाजार सज चुके हैं, लेकिन असली शोभा ग्राहकों से बनती है, जो पूरी तरह से गायब है.
पिछले दो महीनों में सोने के दामों में 8 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम की बढ़ोत्तरी हुई है. जिसके चलते सोने में निवेश के प्रति उदासीन रहने के चलते ये स्थिति बन रही है. पिछले साल सर्राफा बाजार में करीब 5 करोड़ का कारोबार हुआ था, जिसके इस बार घटकर तीन करोड़ के आसपास रहने की उम्मीद है. रही सही कसर जिला प्रशासन ने पूरी कर दी है, सर्राफा बाजार में सोने के खरीदार ग्राहक अब पैदल ही जा सकते हैं क्योंकि चार पहिया और दोपहिया वाहनों को सर्राफा बाजार से पहले ही रोक दिया गया है. ऐसे में ग्राहक जोखिम लेकर बड़ी नकदी के साथ सर्राफा बाजार में कैसे जाएगा.