ग्वालियर। नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री (Union Ministers) आजकल देश के अलग-अलग राज्यों में जन आशीर्वाद यात्रा (Jan Ashirvad yatra) निकाल रहे हैं और सरकार की नीतियों से आवाम को अवगत करा रहे हैं कि कैसे सरकार उनके लिए अच्छे दिन ला रही है. एमपी की जिम्मेदारी नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia), केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री डॉ. वीरेंद्र खटीक (Union Minister Virendra Khatik) के अलावा केंद्रीय मंत्री एसपीएस बघेल (Union Minister SPS Baghel) निभा रहे हैं.
केंद्रीय मंत्रियों की Ashirvad yatra! जनता से ले रहे जीत का आशीर्वाद, सरकारी योजनाओं का कर रहे बखान
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की जन आशीर्वाद यात्रा के होर्डिंग-बैनर में कांग्रेस के नेता रहे स्वर्गीय माधवराव सिंधिया (Late Madhavrao Scindia) की फोटो लगाने पर कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने कड़ी आपत्ति जताई है, उन्होंने कहा कि वह कभी भी बीजेपी में नहीं रहे, अंतिम सांस तक वह कांग्रेस के निष्ठावान सिपाही के तौर पर काम करते रहे, जब एक बार पार्टी से उनकी अनबन हुई तब भी उन्होंने अपनी नई पार्टी बनाई थी, ऐसे में उनकी फोटो का उपयोग किया जाना गलत है.
उन्होंने स्वर्गीय माधवराव सिंधिया (Late Madhavrao Scindia) की पत्नी माधवी राजे सिंधिया (Madhaviraje Scindia) से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है और कहा है कि उन्हें कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए, ताकि उनके पति की राजनीतिक विरासत को वह आगे बढ़ा सकें, उन्होंने कहा कि भाजपा वही पार्टी है, जिसने माधवराव सिंधिया पर आगरा में हमला कराया था, अपने पिता के हमलावरों के साथ आज ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) खड़े हैं, यह बेहद गलत है.
कांग्रेस विधायक (Congress MLA) के इन आरोपों पर बीजेपी के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी का कहना है कि कांग्रेस तथ्यहीन बात करती है, उन्हें इतिहास के बारे में कुछ भी नहीं पता है, ज्योतिरादित्य सिंधिया किसी कार्यक्रम में अपने पिता को सम्मान दे रहे हैं तो इसमें गलत क्या है, माधवराव सिंधिया (Madhavrao Scindia) न केवल कांग्रेस के बल्कि पूरे देश के नेता थे. साथ ही उन्होंने बीजेपी विधायक (BJP MLA) पर भी तंज कसा है, उन्होंने कहा कि वह भी कल तक भाजपा में थे और उनके पिता भी भाजपा से विधायक रहे हैं, क्या वह भाजपा छोड़ कांग्रेस में आ गए हैं, जो अब अपने पिता को सम्मान नहीं देते हैं.
यह कोई पहला मौका नहीं है जब माधवराव सिंधिया (Late Madhavrao Scindia) की फोटो को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई है, पहले भी कांग्रेस आपत्ति जता चुकी है. देखने में भी आता है कि जितने सिंधिया समर्थक मंत्री हैं, अधिकांश के बंगलों में सिंधिया के साथ माधवराव सिंधिया की भी तस्वीर लगी रहती है, जो भाजपाई माधवराव सिंधिया की पुण्यतिथि (Madhavrao Scindia Death Anniversary) या जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने से कतराते थे, वह लोग भी अब उनकी प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते नजर आते हैं.