ग्वालियर। 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती पर ग्वालियर चंबल अंचल में दलित वोटों को साधने के लिए सरकार एक महाकुंभ आयोजित कर रही है. इसमें ग्वालियर चंबल अंचल से एक लाख से अधिक दलित शामिल होंगे, लेकिन इससे पहले बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग छिड़ी हुई है. इसी बीच बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने एक वीडियो ट्वीट कर पूर्व सीएम कमलनाथ पर बाबा साहब का अपमान करने का आरोप लगाया है. बीजेपी द्वारा वीडियो वायरल होने के बाद अब कांग्रेस इस मामले पर कार्रवाई करने की बात कह रही है.
बीजेपी ने शेयर किया कमलनाथ का वीडियो: बता दें बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने अपने टि्वटर अकाउंट पर एक कमलनाथ का वीडियो शेयर किया है. साथ ही उन्होंने लिखा है कि बाबा साहब का इतना अपमान क्यों? कमलनाथ ने बाबा साहेब के चित्र को स्वीकारते हुए, चलो निकलो कह कर भगाया. यही कांग्रेस का दलित विरोधी चेहरा है. बीजेपी ने वीडियो शेयर कर लिखा कमलनाथ माफी मांगे. इसके साथ ही बीजेपी प्रवक्ता आशीष अग्रवाल ने कहा है कि पूरा देश जानता है कि कमलनाथ अंबेडकर विरोधी, दलित विरोधी हैं. इसलिए उन्होंने देश के महानायक बाबा साहब के चित्र को लेने से इनकार कर दिया. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता आशीष अग्रवाल द्वारा वीडियो ट्वीट करने के बाद इस मामले पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है. कांग्रेस ने कहा है की पुरानी वीडियो को आधार बनाकर बीजेपी झूठी अफवाह और बदनाम करने की साजिश कर रही है.
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कांग्रेस ने कही कार्रवाई की बात: कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा है कि कांग्रेस के हमेशा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के सिद्धांत और उनके बताए मार्ग पर चलने का अनुसरण करती है. इस मामले को कांग्रेस पार्टी संज्ञान में लेकर कार्रवाई करायेगी. बता दें इस वीडियो में पूर्व सीएम कमलनाथ के साथ कुछ लोग दिखाई दे रहे हैं. वीडियो में कमलनाथ के बगल से एक व्यक्ति बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की किताब को लेकर खड़ा हुआ है. इसके साथ ही कमलनाथ के बाजू में खड़ा व्यक्ति उनके हाथ में एक किताब देकर कहता है कि 14 तारीख को जो कार्यक्रम है. वह ऐतिहासिक होगा. थोड़ी सी इस पर नजर डालिए. इसके बाद कमलनाथ कहते हैं कि मैं नजर डालूंगा, इसे मेरे कागजों में रखो. इसी बीच पास खड़ा दूसरा व्यक्ति कमलनाथ को अंबेडकर की तस्वीर देने के लिए हाथ बढ़ाता है. कमलनाथ जी उसकी तरफ ध्यान नहीं देते हैं. बताया जा रहा है यह वायरल वीडियो नगरीय निकाय चुनाव के दौरान का है.