ग्वालियर। मध्यप्रदेश में लव जिहाद कानून बनाए जाने को लेकर इस समय सियासत तेज हो गई है. यही वजह है कि बीजेपी और कांग्रेस लगातार इस कानून को लेकर आमने-सामने हैं. इसी को लेकर बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लव जिहाद एक साजिश है. समाज के अंदर नाम बदलकर बहन-बेटियों को फंसाया जाता है. अलग-अलग समुदाय के युवक हिंदू धर्म में नाम बदलकर युवतियों को फंसाते हैं. इस साजिश को रोकने के लिए कानून बनना बेहद आवश्यक है. यह कानून समाज हित के लिए है. यह कानून बेटियों के लिए है. जिनको बहला-फुसलाकर शादी के लिए उनका धर्मांतरण कर दिया जाता है. इसलिए यह कानून बेहद जरूरी है.
5 साल तक की सजा का प्रावधान
मध्य प्रदेश सरकार पहले ही साफ कर चुकी थी कि लव जिहाद को लेकर विधेयक लाकर कानून बनाया जाएगा लेकिन अब इस विधेयक का पूरा मसौदा तैयार कर लिया गया है. आगामी विधानसभा सत्र में लव जिहाद को लेकर मध्य प्रदेश धर्म स्वातंत्र्य कानून 2020 के लिए विधेयक लाया जाएगा. और विधेयक के बाद इसे कानून बनाया जाएगा. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि इस कानून में कई प्रावधान किए गए जाएंगे. जिसके तहत बलपूर्वक धर्मांतरण कराना और शादी करना संगीन अपराध होगा. और इसे लेकर गैर जमानती धाराओं के तहत केस दर्ज किया जाएगा. जिसमें अधिकतम 5 साल का कठोरतम कारावास का प्रावधान होगा.
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स्वेच्छा से धर्मांतरण करने के लिए देना होगा आवेदन
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि कानून बनाए जाने के बाद यह भी प्रावधान होगा कि अगर कोई स्वेच्छा से धर्मांतरण कर शादी करना चाहता है तो उसे 1 महीने पहले कलेक्टर के यहां आवेदन देना होगा और यह आवेदन देना अनिवार्य होगा अगर बिना आवेदन किए किसी ने धर्मांतरण कर शादी की तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कांग्रेस पर साधा निशाना
साथ ही प्रभात झा ने कांग्रेस पार्टी में संगठन के बदलाव को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में कांग्रेस पार्टी से कोई बड़ी पार्टी नहीं है. लेकिन दुर्भाग्य से कांग्रेस पार्टी अब फैमिली पार्टी बन गई है.
गांधी परिवार कांग्रेस को समाज और राष्ट्र हित में न ले जाकर घर में खींच कर ले गए और यही दुर्भाग्य है कि जब कांग्रेस को विरोध करना था तब उन्होंने किया नहीं. कपिल सिब्बल पहले क्यों नहीं बोल पाए. वो तो पार्टी के बड़े नेता हैं, इसलिए नहीं बोल पाए. क्योंकि इन सब को फर्जी तरीके से राज्यसभा में आना था. अपने-अपने पदों के चक्कर में उन्होंने कभी सच नहीं बोला. यही वजह है कि अब इसका खामियाजा पूरी कांग्रेस पार्टी को भुगतना पड़ रहा है.