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मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने की नाली की सफाई, तो बीजेपी सांसद ने बताया दिखावा

ग्वालियर में सफाई व्यवस्था को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है. बीजेपी सांसद विवेक नारायण ने मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर द्वारा की गई सफाई को दिखावा करार दिया है.

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Published : Oct 31, 2019, 7:03 PM IST

सफाई को लेकर बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने

ग्वालियर। जिले में सफाई व्यवस्था को लेकर एक बार फिर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के द्वारा की गई नाले की सफाई को बीजेपी सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने दिखावा करार दिया है, वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले कई दशकों से ग्वालियर नगर निगम में बीजेपी काबिज है, जबकि सांसद खुद दो बार महापौर रह चुके हैं, इसके बाद भी शहर की सफाई व्यवस्था क्यों नहीं सुधरी ?

प्रद्युम्न सिंह तोमर ने की नाली की सफाई

दरअसल मंगलवार को प्रदेश के स्वास्थ्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अपने इलाके के दौरे पर निकले थे. जहां पर स्थानीय लोगों ने मंत्री से नाली साफ न होने की शिकायत की. जिसके बाद मंत्री खुद ही नाली की सफाई करने लगे थे. इसके साथ ही मौके पर नगर निगम अमले को बुलाकर सफाई व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश भी दिए.

अगले दिन सांसद विवेक नारायण ने भी महाराज बाड़े पर झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया था. इसके साथ ही उन्होंने मंत्री जी के नाला सफाई को दिखावा करार दिया, साथ ही उन्होंने कहा कि दिखावे से काम नहीं चलेगा, सरकार को चाहिए कि शहर में साफ- सफाई करने वाली कंपनी की समस्याओं का समाधान करें.

बता दें कि शहर की साफ- सफाई की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को दी गई है. जिसके तहत कंपनी को सभी वार्डों से कचरा कलेक्शन करना है, लेकिन एक साल से अधिक का समय होने के बाद भी केवल 40 वार्डों से ही डोर टू डोर कचरा कलेक्शन हो रहा है. वहीं स्वच्छता रैंकिंग में भी ग्वालियर 28वें स्थान से गिरकर 59 वें स्थान पर आ गया है.

ग्वालियर। जिले में सफाई व्यवस्था को लेकर एक बार फिर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई है. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के द्वारा की गई नाले की सफाई को बीजेपी सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने दिखावा करार दिया है, वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले कई दशकों से ग्वालियर नगर निगम में बीजेपी काबिज है, जबकि सांसद खुद दो बार महापौर रह चुके हैं, इसके बाद भी शहर की सफाई व्यवस्था क्यों नहीं सुधरी ?

प्रद्युम्न सिंह तोमर ने की नाली की सफाई

दरअसल मंगलवार को प्रदेश के स्वास्थ्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अपने इलाके के दौरे पर निकले थे. जहां पर स्थानीय लोगों ने मंत्री से नाली साफ न होने की शिकायत की. जिसके बाद मंत्री खुद ही नाली की सफाई करने लगे थे. इसके साथ ही मौके पर नगर निगम अमले को बुलाकर सफाई व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश भी दिए.

अगले दिन सांसद विवेक नारायण ने भी महाराज बाड़े पर झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया था. इसके साथ ही उन्होंने मंत्री जी के नाला सफाई को दिखावा करार दिया, साथ ही उन्होंने कहा कि दिखावे से काम नहीं चलेगा, सरकार को चाहिए कि शहर में साफ- सफाई करने वाली कंपनी की समस्याओं का समाधान करें.

बता दें कि शहर की साफ- सफाई की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को दी गई है. जिसके तहत कंपनी को सभी वार्डों से कचरा कलेक्शन करना है, लेकिन एक साल से अधिक का समय होने के बाद भी केवल 40 वार्डों से ही डोर टू डोर कचरा कलेक्शन हो रहा है. वहीं स्वच्छता रैंकिंग में भी ग्वालियर 28वें स्थान से गिरकर 59 वें स्थान पर आ गया है.

Intro:एंकर -ग्वालियर में सफाई व्यवस्था को लेकर एक बार फिर राजनीति शुरू हो गई है, कल सुबे के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री द्वारा नाला सफाई को बीजेपी सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने दिखावा करार दिया है, वहीं कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले कई दशकों से ग्वालियर नगर निगम में बीजेपी काबिज है सांसद खुद दो बार महापौर रह चुके हैं फिर भी शहर की सफाई व्यवस्था क्यों नहीं सुधरी। Body:दरअसल कल सूबे के स्वास्थ्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर अपने इलाके के दौरे पर निकले थे वहां स्थानीय लोगों ने नाली साफ ना होने की शिकायत की जिसके बाद खुद मंत्री नाली की सफाई करने में जुट गए थे, बाद में मौके पर पहुंचे नगर निगम के अमले को उन्होंने शहर में लगातार सफाई व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश भी दिए थे। इसके साथ ही दिवाली के अगले दिन सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने भी महाराज बाड़े पर झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया था। इस बारे में जब सांसद विवेक नारायण शेजवलकर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह तो निगम के अमले के साथ सफाई करने निकले थे ताकि लोग भी सफाई के लिए जागरूक हो, मंत्री जी के नाला सफाई को उन्होंने दिखावा करार देते हुए कहा कि दिखावे से काम नहीं चलता है जिस कंपनी को ग्वालियर में सफाई का जिम्मा सौंपा गया है उसकी कुछ परेशानियां है सरकार को चाहिए कि उस कंपनी की समस्याओं का समाधान करें ताकि ग्वालियर की सफाई व्यवस्था बेहतर हो सके।सांसद के इस बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह का कहना है कि सांसद किस हैसियत से मंत्री से सवाल कर सकते हैं पिछले कई दशकों से नगर निगम में बीजेपी काबिज है और सांसद खुद दो बार महापौर रह चुके हैं इतने दिनों में क्यों साफ सफाई व्यवस्था नहीं सुधरी इसका जवाब तो सांसद जी को देना चाहिए,मंत्री जी ने तो लोगों को स्वच्छता का संदेश देने के लिए नाली में उतर कर सफाई की थी। Conclusion:गौरतलब है कि ग्वालियर में साफ-सफाई का जिम्मा एक निजी कंपनी को पीपीपी मॉडल पर दिया गया है उसे शहर के सभी 66 वार्डों से कचरा कलेक्शन करना है लेकिन एक साल से अधिक का समय हो गया है लेकिन अब तक यह कंपनी मात्र 40 वार्डों से ही डोर टू डोर कचरा कलेक्शन कर पा रही है। इसके साथ ही ग्वालियर शहर से जो कई टन कचरा निकलता है उसका भी विस्तारीकरण नहीं हो पा रहा है। पांच सालों में ग्वालियर नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ी है इसके साथ ही बजट भी लगभग 20 करोड़ बढ़ा दिया गया है लेकिन अगर पिछले वर्षों की स्वच्छता रैंकिंग की बात करे तो ग्वालियर 28 वे नम्बर से गिरकर 59 वे नम्बर पर आ गया है।

बाइट- विवेक नारायण शेजवलकर, बीजेपी सांसद बाइट-आरपी सिंह, प्रदेश प्रवक्ता, कांग्रेस
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