ग्वालियर| पिछले साल 14 दिसंबर को ईसाई समाज के विशप थामस थेन्नाट की एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. कार में सवार रहे लोग विशप के शव को लेकर ग्वालियर आ गए और बिना पोस्टमार्टम के शव को भी ईसाई रीति के अनुरूप दफना दिया गया. जिसके बाद ईसाई समाज से जुड़ी एक महिला ने इसके लिए हाई कोर्ट और शिवपुरी सेशन कोर्ट में याचिका दायर की थी. जिस पर अब थामस थेन्नाट की मौत की जांच करने के कोर्ट ने आदेश दिए हैं.
ईसाई समाज के धर्मगुरु विशप थामस थेन्नाट श्योपुर जिले में एक स्कूल में आयोजित वार्षिक समारोह में शिरकत करने के बाद दो फादर ड्राइवर के साथ कार से लौट रहे थे. बताया गया है कि कार अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसमें फादर थेन्नाट की मौत हो गई. जबकि कार के दूसरे लोगों को खरोच तक नहीं आई. खास बात ये भी है कि कार भी पलटने के बाद पूरी तरह सुरक्षित रही. इस पर ग्वालियर की रहने वाली एक महिला डोली थेन्नाट ने विशप की हत्या का संदेह जताया है. कोर्ट ने शिवपुरी और ग्वालियर पुलिस को निर्देशित किया है कि वे विशप थेन्नाट की मौत की जांच करवाएं.
हाई कोर्ट ने शिवपुरी कोर्ट में इसके लिए आवेदन करने के निर्देश दिए थे. जेएमएफसी कोर्ट पोहरी ने पहले तो इस याचिका को निरस्त कर दिया, लेकिन सेशन कोर्ट में परिवाद लगाए जाने के बाद कोर्ट के निर्देश पर जेएमएफसी कोर्ट ने अब विशप की मौत की जांच के आदेश दिए हैं. खास बात यह है कि जिस समय बिशप की मौत हुई थी तो साथ रहे लोगों ने ना तो पुलिस को इसकी जानकारी दी थी और ना ही शव का पोस्टमार्टम कराया. फिलहाल मामला अब पुलिस के हाथ में है. पुलिस अब शव को दोबारा कब्रिस्तान से निकालकर उसका पोस्टमार्टम कराएगी.