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Big fish in Lokayukta net निवाड़ी कलेक्टर और भाजपा नेता के खिलाफ केस दर्ज, जाने क्या है उनका गुनाह - निवाड़ी कलेक्टर और भाजपा नेता के खिलाफ केस दर्ज

मध्यप्रदेश में लोकायुक्त लगातार कार्रवाई करते हुए भ्रष्टारियों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रहे हैं. बावजूद इसके भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है. इसी कड़ी में इस बार लोकायुक्त की गिरफ्त में बड़ी मछलियां जाल में फंसी हैं. इसमें एक कलेक्टर और भाजपा के एक वरिष्ठ नेता पर शिकंजा कसा जा रहा है. (gwalior big fish in lokayukta net) (case filed against niwari collector and bjp leader) (gwalior know what is their crime)

case filed against niwari collector and bjp leader
निवाड़ी कलेक्टर और भाजपा नेता के खिलाफ केस दर्ज
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Published : Oct 23, 2022, 7:38 PM IST

ग्वालियर। लोकायुक्त पुलिस ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और वर्तमान में निवाड़ी कलेक्टर के पद पर पदस्थ अधिकारी तरुण भटनागर के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज कर लिया है.तरुण के अलावा केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नजदीकी माने जाने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता राकेश जादौन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. राकेश जादौन विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण साडा के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इन दोनों पर साडा के मास्टर प्लान में छेड़छाड़ कर एक करोड़ रुपये की राजस्व क्षति पहुंचाने आरोप है. यह मामला उस समय का है जब भटनागर साडा ग्वालियर में बतौर सीईओ पदस्थ थे. (gwalior big fish in lokayukta net) (case filed against niwari collector and bjp leader)

रिश्वतखोर कर्मचारियों पर शिकंजा: CMHO कार्यालय में पदस्थ तीन धराए, फरियादी से मांगी थी 6 हजार की रिश्वत

2020 से चल रही थी जांचः यह प्रकरण आरटीआई एक्टिविस्ट और सामाजिक कार्यकर्ता संकेत साहू की शिकायत पर कायम हुआ है. उन्होंने इसके लिए 23 जनवरी 2020 को इस बाबत एक शिकायती आवेदन दिया था. इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि साडा के अध्यक्ष राकेश जादौन और सीईओ तरुण भटनागर ने अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से मिलकर अधिकार क्षेत्र से बाहर होने के बावजूद रायरू डिस्टिलरी को 26.59 हेक्टेयर आवासीय, सार्वजनिक और अर्ध सार्वजनिक भू उपयोग की भूमि पर विस्तार के लिए अनुमति दी. इतना ही नहीं शराब फैक्ट्री का मास्टर प्लान भी बदल दिया. इससे शासन को एक करोड़ सात लाख रुपये की हानि हुई. (investigation was going on since 2020) (gwalior big fish in lokayukta net)

डिस्टरली के मालिक पर भी हुआ केस दर्जः इस मामले में साहू ने विशेष भ्रष्टाचार उन्मूलन प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश ग्वालियर में एक परिवाद दायर किया था. न्यायालय ने इस मामले में जांच के निर्देश दिए थे. इस पर फरवरी 2020 में प्राथमिक जांच दर्ज की गयी. इस जांच में तथ्य प्रमाणित पाए जाने पर जादौन और भटनागर के अलावा आरएलएस मौर्य नगर निगम, नवल सिंह राजपूत योजना अधिकारी, अहिवरन सिंह चौहान डाटा एंट्री ऑपरेटर,आदिल वापना और जेके पराते डायरेक्टर ग्वालियर एलकेब्रयू डिस्टलरी के संचालक, मैनेजर पीवी मुरलीधरन आदि को अपराध और अपराध के षड्यंत्र का दोषी मानते हुए आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है. (case filed against niwari collector and bjp leader) (gwalior case filed against owner of distillery)

ग्वालियर। लोकायुक्त पुलिस ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और वर्तमान में निवाड़ी कलेक्टर के पद पर पदस्थ अधिकारी तरुण भटनागर के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज कर लिया है.तरुण के अलावा केंद्रीय कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नजदीकी माने जाने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता राकेश जादौन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. राकेश जादौन विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण साडा के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं. इन दोनों पर साडा के मास्टर प्लान में छेड़छाड़ कर एक करोड़ रुपये की राजस्व क्षति पहुंचाने आरोप है. यह मामला उस समय का है जब भटनागर साडा ग्वालियर में बतौर सीईओ पदस्थ थे. (gwalior big fish in lokayukta net) (case filed against niwari collector and bjp leader)

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2020 से चल रही थी जांचः यह प्रकरण आरटीआई एक्टिविस्ट और सामाजिक कार्यकर्ता संकेत साहू की शिकायत पर कायम हुआ है. उन्होंने इसके लिए 23 जनवरी 2020 को इस बाबत एक शिकायती आवेदन दिया था. इसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि साडा के अध्यक्ष राकेश जादौन और सीईओ तरुण भटनागर ने अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से मिलकर अधिकार क्षेत्र से बाहर होने के बावजूद रायरू डिस्टिलरी को 26.59 हेक्टेयर आवासीय, सार्वजनिक और अर्ध सार्वजनिक भू उपयोग की भूमि पर विस्तार के लिए अनुमति दी. इतना ही नहीं शराब फैक्ट्री का मास्टर प्लान भी बदल दिया. इससे शासन को एक करोड़ सात लाख रुपये की हानि हुई. (investigation was going on since 2020) (gwalior big fish in lokayukta net)

डिस्टरली के मालिक पर भी हुआ केस दर्जः इस मामले में साहू ने विशेष भ्रष्टाचार उन्मूलन प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश ग्वालियर में एक परिवाद दायर किया था. न्यायालय ने इस मामले में जांच के निर्देश दिए थे. इस पर फरवरी 2020 में प्राथमिक जांच दर्ज की गयी. इस जांच में तथ्य प्रमाणित पाए जाने पर जादौन और भटनागर के अलावा आरएलएस मौर्य नगर निगम, नवल सिंह राजपूत योजना अधिकारी, अहिवरन सिंह चौहान डाटा एंट्री ऑपरेटर,आदिल वापना और जेके पराते डायरेक्टर ग्वालियर एलकेब्रयू डिस्टलरी के संचालक, मैनेजर पीवी मुरलीधरन आदि को अपराध और अपराध के षड्यंत्र का दोषी मानते हुए आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है. (case filed against niwari collector and bjp leader) (gwalior case filed against owner of distillery)

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