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EWS फ्लैट्स के लिए लोन देने से कतरा रहे है बैंक, नगर निगम ने प्राइवेट फाइनेंसरों की ली मदद - gwalior news

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जा रहे विभिन्न आय वर्ग के लोगों के लिए फ्लैट बनकर तैयार हैं, लेकिन निम्न आय वर्ग के लोगों को बैंक लोन नहीं दे रहे हैं.

EWS फ्लैट्स के लिए लोन देने से कतरा रहे है बैंक
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Published : Aug 8, 2019, 9:22 PM IST

ग्वालियर| प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जा रहे विभिन्न आय वर्ग के लोगों के लिए फ्लैट बैंक लोन के चक्कर में उलझे हुए हैं. नगर निगम ने दो राष्ट्रीय कृत बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक को फ्लैट के लिए लोन उपलब्ध कराने को अधिकृत किया है, लेकिन निम्न आय वर्ग को बैंक लोन नहीं दे रहे हैं.

EWS फ्लैट्स के लिए लोन देने से कतरा रहे है बैंक

ग्वालियर में महल गांव पहाड़ी पर सात सौ फ्लैट बनकर तैयार हैं. जबकि सागर ताल रोड पर मानपुर में ढाई हजार फ्लैट बन चुके हैं. इनमें सिंगल रूम फ्लैट, एलआईजी और एमआईजी बनाए गए हैं. लेकिन मध्यम आय वर्ग के फ्लैट के लिए हितग्राहियों को दस्तावेज जुटाने में परेशानी हो रही है. बैंक फाइनेंस के लिए हितग्राही के आय संबंधी दस्तावेजों को प्रमुखता से देखता है, ताकि उसका लोन एनपीए नहीं हो जाए.

वहीं दूसरी तरफ निम्न आय वर्ग के फ्लैट याने EWS के लिए लोगों को आय संबंधी दस्तावेज जुटाने में परेशानी आ रही है. इस आय वर्ग में वही लोग शामिल हैं, जो मेहनत मजदूरी से जुड़े हैं. उनके पास आय का कोई स्थाई प्रमाण नहीं है. बैंक वाले आय से संबंधित दस्तावेज नहीं होने के कारण उन्हें लोन फाइनेंस करने से कतरा रहे हैं. इसलिए नगर निगम ने अब प्राइवेट फाइनेंसर को आवासीय मेले में तवज्जो दी है और EWS के लिए लोन दिलाने को कहा है.

ग्वालियर| प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जा रहे विभिन्न आय वर्ग के लोगों के लिए फ्लैट बैंक लोन के चक्कर में उलझे हुए हैं. नगर निगम ने दो राष्ट्रीय कृत बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक को फ्लैट के लिए लोन उपलब्ध कराने को अधिकृत किया है, लेकिन निम्न आय वर्ग को बैंक लोन नहीं दे रहे हैं.

EWS फ्लैट्स के लिए लोन देने से कतरा रहे है बैंक

ग्वालियर में महल गांव पहाड़ी पर सात सौ फ्लैट बनकर तैयार हैं. जबकि सागर ताल रोड पर मानपुर में ढाई हजार फ्लैट बन चुके हैं. इनमें सिंगल रूम फ्लैट, एलआईजी और एमआईजी बनाए गए हैं. लेकिन मध्यम आय वर्ग के फ्लैट के लिए हितग्राहियों को दस्तावेज जुटाने में परेशानी हो रही है. बैंक फाइनेंस के लिए हितग्राही के आय संबंधी दस्तावेजों को प्रमुखता से देखता है, ताकि उसका लोन एनपीए नहीं हो जाए.

वहीं दूसरी तरफ निम्न आय वर्ग के फ्लैट याने EWS के लिए लोगों को आय संबंधी दस्तावेज जुटाने में परेशानी आ रही है. इस आय वर्ग में वही लोग शामिल हैं, जो मेहनत मजदूरी से जुड़े हैं. उनके पास आय का कोई स्थाई प्रमाण नहीं है. बैंक वाले आय से संबंधित दस्तावेज नहीं होने के कारण उन्हें लोन फाइनेंस करने से कतरा रहे हैं. इसलिए नगर निगम ने अब प्राइवेट फाइनेंसर को आवासीय मेले में तवज्जो दी है और EWS के लिए लोन दिलाने को कहा है.

Intro:ग्वालियर- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जा रहे विभिन्न आय वर्ग के लोगों के लिए फ्लैट बैंक लोन के चक्कर में उलझे हुए हैं। नगर निगम ने दो राष्ट्रीय कृत बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया एवं पंजाब नेशनल बैंक को फ्लैट के लिए लोन उपलब्ध कराने को अधिकृत किया है लेकिन निम्न आय वर्ग को आय संबंधी दस्तावेज उठाने के फेर में बैंक उन्हें लोन फाइनेंस नहीं कर रहे हैं।


Body:दरअसल ग्वालियर में महल गांव पहाड़ी पर 700 फ्लैट बनकर तैयार है जबकि सागर ताल रोड पर मानपुर में ढाई यार फ्लैट बन चुके हैं इनमें ईडब्ल्यूएस याने सिंगल रूम फ्लैट एलआईजी और एमआईजी बनाए गए हैं लेकिन मध्यम आय वर्ग के फ्लैट के लिए हितग्राहियों को दस्तावेज जुटाने में परेशानी पेश नहीं आ रही है। बैंक, फाइनेंस के लिए हितग्राही के आय संबंधी दस्तावेजों को प्रमुखता से देखता है ताकि उसका लोन एनपीए नहीं हो जाए। एलआईजी और एमआईजी फ्लैट के लिए ज्यादातर लोगों को परेशानी नहीं है।


Conclusion:लेकिन इसके उलट निम्न आय वर्ग के फ्लैट याने ईडब्ल्यूएस के लिए लोगों को आय संबंधी दस्तावेज जुटाने में परेशानी आ रही है इस आय वर्ग में वही लोग शामिल हैं जो मेहनत मजदूरी से जुड़े हैं उनके पास आय का कोई स्थाई प्रमाण नहीं है बैंक वाले आय से संबंधित दस्तावेज नहीं होने के कारण उन्हें लोन फाइनेंस करने से कतरा रहे हैं इसलिए नगर निगम ने अब प्राइवेट फाइनेंसर को आवासीय मेले में तवज्जो दी है और ईडब्ल्यूएस के लिए लोन दिलाने को कहा है ।
बाईट01- राजू सैनी... मजदूर
बाईट02- पवन सिंघल...संपदा अधिकारी नगर निगम ग्वालियर
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