ग्वालियर। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मेनिफेस्टो में बजरंग दल पर बैन लगाने का विवाद पूरे देश भर में छिड़ गया है. इसी को लेकर बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया का बड़ा बयान सामने आया है. पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि कर्नाटक में कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र जारी किया है जिसमें बजरंग दल को प्रतिबंधित करने का ऐलान किया है वह मेनिफेस्टो कांग्रेस की राजमाता के घर बैठ कर तैयार किया गया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कांग्रेस के बजरंग दल प्रतिबंधित एक बहाना है असल में आतंकवादियों टुकड़े-टुकड़े गैंग के वोट बैंक को साधने का बहाना है.
बजरंग दल पवित्र संगठन: जयभान सिंह पवैया ने कहा कि कांग्रेस में आतंकवाद समर्थक वोट बैंक को यह संदेश दिया है कि कर्नाटक में हमारा राज दीजिए और देश की सत्ता हमें दीजिए. हम सुरक्षा की गारंटी देते हैं. मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि पीएफआई और बजरंग दल के एक साथ नाम लेना और उसकी तुलना करना यह कैसी राजनीति है. देश विरोधी संगठन को भारत की होम मिनिस्ट्री बैन कर चुकी है. वह प्रतिबंधित योग्य के संगठन है और तमाम सबूत उसके खिलाफ मिले हैं. एक तरफ देश को तोड़ने वाला भारत विरोधी टेररिस्ट संगठन उसकी तुलना एक पवित्र संगठन से कर रहे हैं. पवैया ने कहा कि मैं उसे संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष रहा हूं. यह देश विरोधी संगठन को एक मैसेज देने का काम किया गया है.
दिग्विजय पर पलटवार: पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के द्वारा दिए गए बयान जगन सिंह पवैया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस के बीच क्या संबंध है यह मुझे जानकारी नहीं है लेकिन पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. गौरतलब है कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह द्वारा कहा गया कि बजरंग दल वैन करने पर सिंधिया से बीजेपी को राय लेना चाहिए और इसी को लेकर पवैया ने बयान दिया है.