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मिलावटी मिठाई से बचने की कवायद, सिर्फ सांची के पेड़े बनवाने का आदेश जारी

मिठाई में हो रही मिलावट को देखते हुए 15 अगस्त के दिन सिर्फ सांची के पेड़े बनवाने का आदेश जारी कर दिया गया है.

स्कूलों में 15 अगस्त को बांटे जायेगे सांची के पेढ़े
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Published : Aug 12, 2019, 3:36 PM IST

ग्वालियर। इस त्योहारी सीजन में मिठाईयों और खाने के सामान में जमकर मिलावट की जा रही है. इसे देखते हुए संभाग आयुक्त ने सभी जिलों के कलेक्टरों को 15 अगस्त के दिन सिर्फ सांची के पेड़े बनवाने का आदेश जारी किया है. वहीं पेड़े लेने वाले सेंटरों को सूची जारी कर दी गई है. बता दें कि अब तक जो मिठाईयां बांटी जाती थीं, वो अमानक स्तर की होती थीं, जिसका खराब असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ता था. इसे देखते हुए ग्वालियर सांची संघ को पेड़े बनवाने की डिमांड भेज दी गई है.

मिलावटी मिठाई से बचने की कवायद


सांची दुग्ध के अधिकारी केपी विजयवर्गीय का कहना है कि इससे पहले भी निजी और सरकारी स्कूल उनसे पेड़े लेते थे, इसलिए उन्होंने लगभग 3 टन के पेड़े खपाए थे, लेकिन इस बार जिस तरीके से आदेश जारी किए गए हैं, उससे उम्मीद है कि 5 से 6 टन पेड़े स्कूलों को बांटे जाएंगे और यह पेड़े न केवल ग्वालियर बल्कि आसपास के सभी जिलों में उपलब्ध कराए जाएंगे.


सांची दुग्ध के अधिकारी ने यह भी बताया कि सांची के प्लांट में पेड़े आधुनिक मशीन से बनाए जाते हैं, जिसमें किसी भी वर्कर का हाथ नहीं लगता है, इसलिए यह पूरी तरह से स्वच्छ होते हैं.

ग्वालियर। इस त्योहारी सीजन में मिठाईयों और खाने के सामान में जमकर मिलावट की जा रही है. इसे देखते हुए संभाग आयुक्त ने सभी जिलों के कलेक्टरों को 15 अगस्त के दिन सिर्फ सांची के पेड़े बनवाने का आदेश जारी किया है. वहीं पेड़े लेने वाले सेंटरों को सूची जारी कर दी गई है. बता दें कि अब तक जो मिठाईयां बांटी जाती थीं, वो अमानक स्तर की होती थीं, जिसका खराब असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ता था. इसे देखते हुए ग्वालियर सांची संघ को पेड़े बनवाने की डिमांड भेज दी गई है.

मिलावटी मिठाई से बचने की कवायद


सांची दुग्ध के अधिकारी केपी विजयवर्गीय का कहना है कि इससे पहले भी निजी और सरकारी स्कूल उनसे पेड़े लेते थे, इसलिए उन्होंने लगभग 3 टन के पेड़े खपाए थे, लेकिन इस बार जिस तरीके से आदेश जारी किए गए हैं, उससे उम्मीद है कि 5 से 6 टन पेड़े स्कूलों को बांटे जाएंगे और यह पेड़े न केवल ग्वालियर बल्कि आसपास के सभी जिलों में उपलब्ध कराए जाएंगे.


सांची दुग्ध के अधिकारी ने यह भी बताया कि सांची के प्लांट में पेड़े आधुनिक मशीन से बनाए जाते हैं, जिसमें किसी भी वर्कर का हाथ नहीं लगता है, इसलिए यह पूरी तरह से स्वच्छ होते हैं.

Intro:ग्वालियर- मिठाई में मिलावट को देखते हुए संभाग आयुक्त में अंचल के सभी जिलों के कलेक्टरों को 15 अगस्त को स्कूलों में सांची के पेड़े बनवाने का आदेश जारी किया है। आदेश में पेड़े प्राप्त करने वाले सेंटरों की सूची भी जारी की है।आदेश में कहा गया है कि अब तक मिठाई बांटी जाती थी जो कि अमानक स्तर पर होने के कारण बच्चों को बीमार भी कर देती थी। वही ग्वालियर सांची दुग्ध संघ के पास डिमांड पहुंचना भी शुरू हो गई हैBody:उनका कहना है कि इससे पहले भी कुछ निजी और सरकारी स्कूल उनसे पेड़े लेते थे इसलिए उन्होंने लगभग 3 टन के लगभग पेड़े खपाये थे लेकिन इस बार जिस तरीके से सरकारी आदेश जारी हुआ है उसे उम्मीद है कि लगभग 5 से 6 टन पेड़े स्कूलों को बांटे जाएंगे। सांची के यह पेड़े न केवल ग्वालियर बल्कि आसपास के सभी जिलों में उपलब्ध कराए जाएंगे। सांची दुग्ध संघ के अधिकारी केपी विजयवर्गीय का कहना है कि सांची के प्लांट में पेड़े अत्याधुनिक मशीनों से पहले तैयार किए जाते हैं इसमें किसी भी वर्कर के हाथ नहीं लगते हैं इसलिए यह हाइजीनिक होते हैं इसके साथ भी शुद्ध दूध से तैयार किए जाते हैं।Conclusion:बाईट - केपी विजयवर्गीय , सांची दुग्ध अधिकारी
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