ग्वालियर। इस त्योहारी सीजन में मिठाईयों और खाने के सामान में जमकर मिलावट की जा रही है. इसे देखते हुए संभाग आयुक्त ने सभी जिलों के कलेक्टरों को 15 अगस्त के दिन सिर्फ सांची के पेड़े बनवाने का आदेश जारी किया है. वहीं पेड़े लेने वाले सेंटरों को सूची जारी कर दी गई है. बता दें कि अब तक जो मिठाईयां बांटी जाती थीं, वो अमानक स्तर की होती थीं, जिसका खराब असर बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ता था. इसे देखते हुए ग्वालियर सांची संघ को पेड़े बनवाने की डिमांड भेज दी गई है.
सांची दुग्ध के अधिकारी केपी विजयवर्गीय का कहना है कि इससे पहले भी निजी और सरकारी स्कूल उनसे पेड़े लेते थे, इसलिए उन्होंने लगभग 3 टन के पेड़े खपाए थे, लेकिन इस बार जिस तरीके से आदेश जारी किए गए हैं, उससे उम्मीद है कि 5 से 6 टन पेड़े स्कूलों को बांटे जाएंगे और यह पेड़े न केवल ग्वालियर बल्कि आसपास के सभी जिलों में उपलब्ध कराए जाएंगे.
सांची दुग्ध के अधिकारी ने यह भी बताया कि सांची के प्लांट में पेड़े आधुनिक मशीन से बनाए जाते हैं, जिसमें किसी भी वर्कर का हाथ नहीं लगता है, इसलिए यह पूरी तरह से स्वच्छ होते हैं.