ग्वालियर। जयारोग्य अस्पताल समूह में पिछले डेढ़ सालों से तैनात संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक डॉ. अशोक मिश्रा ने अपने पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई है. उन्होंने संभागीय आयुक्त को लिखे पत्र में इस प्रभार से मुक्त करने का आग्रह किया है. इसके पीछे उन्होंने अपनी पत्नी के स्वास्थ्य को कारण बताया है. हालांकि संभागीय आयुक्त ने फिलहाल इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है.
चिकित्सकों के बीच मनमुटाव
डॉ. अशोक मिश्रा की दिसंबर 2018 में नियुक्ति की गई थी. कांग्रेस सरकार बनने के बाद पिछले साल दिसंबर में ही उन्हें प्रमुख सचिव स्वास्थ्य शिव शेखर शुक्ला ने हटाने के आदेश किए थे, लेकिन उनका अतिरिक्त प्रभार अधीक्षक के रूप में कायम रहा था. हाल ही में कोरोना काल के कारण चुनौतीपूर्ण माहौल में चिकित्सक नौकरी कर रहे हैं बावजूद इसके चिकित्सकों के भीतर ही आपस में मनमुटाव के स्वर भी देखने को मिलते हैं.
सीधे संभागीय आयुक्त को भेजा इस्तीफा
डॉ. अशोक मिश्रा ने गजरा राजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ एसएन अयंगर को अपना इस्तीफा ना भेजते हुए सीधे संभागीय आयुक्त को भेजा है और उनसे इसे स्वीकार करने का आग्रह किया गया है. इस पत्र में डॉ अशोक मिश्रा ने अपनी पत्नी के स्वास्थ्य का हवाला दिया है और कहा है कि उनकी बाईपास सर्जरी होनी है इसलिए उन्हें सिर्फ प्राध्यापक पद की ही जिम्मेदारी दी जाए. अधीक्षक का अतिरिक्त प्रभार हटा लिया जाए.
जिम्मेदारी संभालने कई लोग आए आगे
अधीक्षक और डीन के बीच विवाद के चलते ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है. डॉक्टर मिश्रा के इस्तीफा देने के बाद अब इस महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए कई लोग अपनी कोशिश में जुट गए हैं. इसमें आर्थोपेडिक सर्जन आरकेएस धाकड़, सर्जन सुनील अग्रवाल, अंकोलॉजी विभाग के अक्षय निगम और पूर्व अधीक्षक डॉक्टर जेएस सिकरवार शामिल हैं. डॉक्टर मिश्रा के इस्तीफे पर संभागीय आयुक्त मंगलवार देर शाम को फैसला ले सकते हैं.