ग्वालियर। अस्पताल के कामकाज में प्रशासनिक अफसरों की दखलंदाजी के खिलाफ जिले के सरकारी डॉक्टरों का गुस्सा फूट पड़ा है. गजरा राजा मेडिकल कॉलेज, जयारोग्य अस्पताल और जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के हस्तक्षेप के खिलाफ अपना आवाज उठाई है. साथ ही कहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों की दखलंदाली किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
प्रशासनिक अधिकारियों पर फूटा डॉक्टरों का गुस्सा, कहा- दखलंदाजी नहीं करेंगे बर्दाश्त
अस्पताल के कामकाज में प्रशासनिक अफसरों की दखलंदाजी के खिलाफ जिले के सरकारी डॉक्टरों आवाज उठाई है, साथ ही ये भी कहा है कि किसी भी अधिकारी का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं करेंगे
ग्वालियर। अस्पताल के कामकाज में प्रशासनिक अफसरों की दखलंदाजी के खिलाफ जिले के सरकारी डॉक्टरों का गुस्सा फूट पड़ा है. गजरा राजा मेडिकल कॉलेज, जयारोग्य अस्पताल और जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के हस्तक्षेप के खिलाफ अपना आवाज उठाई है. साथ ही कहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों की दखलंदाली किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
Intro:ग्वालियर - जिले के तमाम सरकारी डॉक्टर गुस्से में है अस्पताल के कामकाज में प्रशासन अफसरों की दखलदाजी के खिलाफ उनका गुस्सा फूट पड़ा है। गजरा राजा मेडिकल कॉलेज, जयारोग्य अस्पताल और जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने फैसला लिया है कि अब प्रशासनिक अफसरों की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं करेंगे।उनके आदेशों का पालन भी नहीं करेंगे। इतना ही नहीं यदि अफसर अस्पतालों का निरीक्षण करने आएंगे तो सारे डॉक्टर अस्पताल से बाहर निकल जाएंगे और अफसरों से कहेंगे कि आप खुद कर दीजिए।
Body:दरअसल एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें जीआरएमसी जेएएच के सीनियर जूनियर डॉक्टर, जिला अस्पताल और निजी अस्पताल के डॉक्टर शामिल हुए। अध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल का कहना है कि वह प्रशासनिक अधिकारियों की बार-बार की दखलंदाजी से बहुत परेशान है क्योंकि उन्हें टेक्निकल चीजें मालूम नहीं होती है। उनके आने से मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है और डॉक्टरों के कहने पर भी उनको मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाती है तो फिर उनके बार-बार निरीक्षण करके आने का क्या फायदा है।इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि अस्पताल की मॉनिटरिंग करने के लिए स्वास्थ विभाग के किसी अधिकारी को तैनात किया जाए ताकि वह हम लोगों की परेशानियों को समझ सके।
Conclusion:बाईट- डॉक्टर सुनील अग्रवाल , अध्यक्ष मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन
Body:दरअसल एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें जीआरएमसी जेएएच के सीनियर जूनियर डॉक्टर, जिला अस्पताल और निजी अस्पताल के डॉक्टर शामिल हुए। अध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल का कहना है कि वह प्रशासनिक अधिकारियों की बार-बार की दखलंदाजी से बहुत परेशान है क्योंकि उन्हें टेक्निकल चीजें मालूम नहीं होती है। उनके आने से मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है और डॉक्टरों के कहने पर भी उनको मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पाती है तो फिर उनके बार-बार निरीक्षण करके आने का क्या फायदा है।इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि अस्पताल की मॉनिटरिंग करने के लिए स्वास्थ विभाग के किसी अधिकारी को तैनात किया जाए ताकि वह हम लोगों की परेशानियों को समझ सके।
Conclusion:बाईट- डॉक्टर सुनील अग्रवाल , अध्यक्ष मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन