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ग्वालियर चंबल अंचल से दूसरी बार ट्रफ लाइन शिफ्ट, अब 15 जुलाई के बाद बारिश के आसार

ग्वालियर में वैसे ही गर्मी और उमस से सब परेशान हैं. वहीं दूसरी ओर ट्रफ लाइन इस बार हिमालय और जम्मू कश्मीर की तरफ शिफ्ट हो गई है. जिसके कारण लोगों को अभी कुछ दिन और उमस भरे माहौल में रहने को मजबूर होना पड़ेगा.

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Published : Jul 11, 2020, 9:23 PM IST

वेदर रिपोर्ट
weather report

ग्वालियर। जिले में 15 दिन पहले मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा की गई भविष्यवाणी के बावजूद जुलाई का शुरूआती महीना सूखा निकला जा रहा है. भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को बेहाल करके रख दिया है. इस बार मानसून सक्रिय नहीं होना बताया जा रहा है. ट्रफ लाइन जम्मू कश्मीर और हिमालय की तरफ शिफ्ट हो गई है.

ग्वालियर चंबल अंचल बारिश के लिहाज से अब तक अछूता सा है. इस बार मौसम विज्ञान विभाग ने जुलाई महीने में अच्छी बारिश की संभावना व्यक्त की थी, लेकिन आधा जुलाई बीतने को है और बारिश का नामोनिशान नहीं है.

जबकि मानसून की ट्रफ लाइन दो बार ग्वालियर चंबल अंचल के ऊपर से गुजर चुकी है. इससे पहले ट्रफ लाइन उत्तर की तरफ शिफ्ट हुई थी, इस बार हिमालय और जम्मू कश्मीर की तरफ शिफ्ट हो गई है. जिसके कारण लोगों को अभी कुछ दिन और उमस भरे माहौल में रहने को मजबूर होना होगा.

खास बात यह है कि 11 जुलाई तक पिछले साल 279 मिलीमीटर बारिश हो चुकी थी. जबकि इस बार सिर्फ 90 मिलीमीटर ही बारिश हुई है. औसत बारिश इन दिनों में 158 मिलीमीटर होती है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से एक बार फिर नया सिस्टम बनेगा जो 15 से 20 जुलाई के बीच ग्वालियर में सक्रिय रहेगा. उस दौरान अच्छी बारिश की संभावना बन सकती है. दोपहर में तेज धूप के कारण लोगों को भीषण गर्मी और उमस से बेहाल होना पड़ रहा है. कूलर और पंखे का भी अब कोई असर नहीं हो रहा है.

ग्वालियर। जिले में 15 दिन पहले मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा की गई भविष्यवाणी के बावजूद जुलाई का शुरूआती महीना सूखा निकला जा रहा है. भीषण गर्मी और उमस ने लोगों को बेहाल करके रख दिया है. इस बार मानसून सक्रिय नहीं होना बताया जा रहा है. ट्रफ लाइन जम्मू कश्मीर और हिमालय की तरफ शिफ्ट हो गई है.

ग्वालियर चंबल अंचल बारिश के लिहाज से अब तक अछूता सा है. इस बार मौसम विज्ञान विभाग ने जुलाई महीने में अच्छी बारिश की संभावना व्यक्त की थी, लेकिन आधा जुलाई बीतने को है और बारिश का नामोनिशान नहीं है.

जबकि मानसून की ट्रफ लाइन दो बार ग्वालियर चंबल अंचल के ऊपर से गुजर चुकी है. इससे पहले ट्रफ लाइन उत्तर की तरफ शिफ्ट हुई थी, इस बार हिमालय और जम्मू कश्मीर की तरफ शिफ्ट हो गई है. जिसके कारण लोगों को अभी कुछ दिन और उमस भरे माहौल में रहने को मजबूर होना होगा.

खास बात यह है कि 11 जुलाई तक पिछले साल 279 मिलीमीटर बारिश हो चुकी थी. जबकि इस बार सिर्फ 90 मिलीमीटर ही बारिश हुई है. औसत बारिश इन दिनों में 158 मिलीमीटर होती है. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से एक बार फिर नया सिस्टम बनेगा जो 15 से 20 जुलाई के बीच ग्वालियर में सक्रिय रहेगा. उस दौरान अच्छी बारिश की संभावना बन सकती है. दोपहर में तेज धूप के कारण लोगों को भीषण गर्मी और उमस से बेहाल होना पड़ रहा है. कूलर और पंखे का भी अब कोई असर नहीं हो रहा है.

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