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खाद्य पदार्थों और नकली खोया बेचने वालों पर STF की नकेल, 5 दुकानदार पर दर्ज हुई FIR लिए - टीम की लगातार कार्रवाई

अब खाद्य एवं औषधि विभाग के साथ मिलकर STF मिलावटी खाद्य पदार्थों और नकली खोया बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. इसके तहत भिंड, मुरैना के 5 दुकानदारों के खिलाफ पहली एफआईआर दर्ज की गई है.

खाद्य पदार्थों और नकली खोया बेचने वालों पर STF की नकेल
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Published : Jul 22, 2019, 3:00 PM IST

ग्वालियर। चंबल संभाग में मिलावटी खाद्य पदार्थों और नकली खोया बेचने वालों पर STF नकेल कस रही है. खाद्य एवं औषधि विभाग के साथ एसटीएफ ने भिंड, मुरैना के 5 दुकानदारों के खिलाफ पहली FIR दर्ज की है. इनमें धोखाधड़ी की धाराओं और आपराधिक षडयंत्र की धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. भिंड और मुरैना में खाद्य विभाग की कार्रवाई के बाद ग्वालियर में दुकानदार सचेत हो गए. जब प्रशासन की टीम मावे के नमूने कलेक्ट करने के लिए पहुंची, तो अधिकांश दुकानदार गायब थे.

खाद्य पदार्थों और नकली खोया बेचने वालों पर STF ने कसी नकेल

बता दें कि पिछले 15 दिनों में ग्वालियर-चंबल संभाग में STF और खाद्य विभाग ने संयुक्त रूप से दूध से बने पदार्थ बनाने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. इसमें लहार और अंबाह में कई दुकानों से नमूने लिए गए हैं. वहीं खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने राजस्व अमले के साथ मिलकर ग्वालियर के मोर बाजार में नमूने कलेक्ट करने की कार्रवाई की. इसमें 11 दुकानों से एक दर्जन नमूने लिए गए हैं. खास बात यह है कि औषधि प्रशासन विभाग ने जिन दुकानों से पहले नमूने कलेक्ट किए थे, उनके नमूनों में अदर फैट पाया गया था. यह फैट किसका था, इसकी जांच की जा रही है.

बताया जा रहा है कि चंबल संभाग में रिफाइंड ऑयल, डिटर्जेंट्स और दूसरे जानलेवा केमिकल्स की मदद से दूध और उससे बने उत्पाद निर्मित किए जाते हैं. जिसकी सप्लाई देशभर के कई प्रमुख शहरों में होती है. इनमें कानपुर, नागपुर, दुर्ग-भिलाई, टाटानगर और महाराष्ट्र के कई शहर शामिल हैं, लेकिन प्रशासन सिर्फ दिवाली और होली जैसे त्योहारों के आसपास ही कार्रवाई करता है. इससे खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाती, इसलिए अब एसटीएफ ने इसे एक मुहिम के रूप में लिया है और मिलावटखोरों पर धोखाधड़ी और आपराधिक षडयंत्र की धाराओं के तहत कार्रवाई कर रही है.

ग्वालियर। चंबल संभाग में मिलावटी खाद्य पदार्थों और नकली खोया बेचने वालों पर STF नकेल कस रही है. खाद्य एवं औषधि विभाग के साथ एसटीएफ ने भिंड, मुरैना के 5 दुकानदारों के खिलाफ पहली FIR दर्ज की है. इनमें धोखाधड़ी की धाराओं और आपराधिक षडयंत्र की धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. भिंड और मुरैना में खाद्य विभाग की कार्रवाई के बाद ग्वालियर में दुकानदार सचेत हो गए. जब प्रशासन की टीम मावे के नमूने कलेक्ट करने के लिए पहुंची, तो अधिकांश दुकानदार गायब थे.

खाद्य पदार्थों और नकली खोया बेचने वालों पर STF ने कसी नकेल

बता दें कि पिछले 15 दिनों में ग्वालियर-चंबल संभाग में STF और खाद्य विभाग ने संयुक्त रूप से दूध से बने पदार्थ बनाने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. इसमें लहार और अंबाह में कई दुकानों से नमूने लिए गए हैं. वहीं खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने राजस्व अमले के साथ मिलकर ग्वालियर के मोर बाजार में नमूने कलेक्ट करने की कार्रवाई की. इसमें 11 दुकानों से एक दर्जन नमूने लिए गए हैं. खास बात यह है कि औषधि प्रशासन विभाग ने जिन दुकानों से पहले नमूने कलेक्ट किए थे, उनके नमूनों में अदर फैट पाया गया था. यह फैट किसका था, इसकी जांच की जा रही है.

बताया जा रहा है कि चंबल संभाग में रिफाइंड ऑयल, डिटर्जेंट्स और दूसरे जानलेवा केमिकल्स की मदद से दूध और उससे बने उत्पाद निर्मित किए जाते हैं. जिसकी सप्लाई देशभर के कई प्रमुख शहरों में होती है. इनमें कानपुर, नागपुर, दुर्ग-भिलाई, टाटानगर और महाराष्ट्र के कई शहर शामिल हैं, लेकिन प्रशासन सिर्फ दिवाली और होली जैसे त्योहारों के आसपास ही कार्रवाई करता है. इससे खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाती, इसलिए अब एसटीएफ ने इसे एक मुहिम के रूप में लिया है और मिलावटखोरों पर धोखाधड़ी और आपराधिक षडयंत्र की धाराओं के तहत कार्रवाई कर रही है.

Intro:ग्वालियर चंबल संभाग में मिलावट खोरो पर नकेल कसने के लिए अब एसटीएफ में भी सहभागिता की है खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के साथ एसटीएफ ने भिंड मुरैना के 5 संस्थानों के खिलाफ पहली एफ आई आर दर्ज की है इनमें धोखाधड़ी की धाराओं और आपराधिक षडयंत्र की धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं भिंड और मुरैना में खाद्य विभाग की कार्रवाई के बाद ग्वालियर में दुकानदार सचेत हो गए जब प्रशासन की टीम मावे के नमूने कलेक्ट करने के लिए पहुंची तो अधिकांश दुकानदार गायब थे।Body:गौरतलब है कि पिछले 15 दिनों से ग्वालियर चंबल संभाग में एसटीएफ और खाद्य विभाग ने संयुक्त रूप से चिलर सेंटर और दूध से बने पदार्थ बनाने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की है इसमें लहार और अंबाह में कई संस्थानों के नमूने लिए गए हैं वहीं खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने राजस्व अमले के साथ मिलकर ग्वालियर के मोर बाजार में नमूने कलेक्ट करने की कार्रवाई की ।इसमें 11 दुकानों से एक दर्जन नमूने लिए गए है खास बात यह है कि औषधि प्रशासन विभाग जिन दुकानों से पहले नमूने कलेक्ट किए थे उनके नमूनों में अदर फैट पाया गया था यह फैट किसका था इसकी जांच की जा रही है।Conclusion:ग्वालियर चंबल संभाग में रिफाइंड ऑयल डिटर्जेंट्स और दूसरे जानलेवा केमिकल ओं की मदद से दूध और उससे बने उत्पाद निर्मित किए जाते हैं और इनकी सप्लाई देश भर के कई प्रमुख शहरों में होती है जिनमें कानपुर नागपुर दुर्ग-भिलाई टाटानगर और महाराष्ट्र के कई शहर शामिल है लेकिन प्रशासन सिर्फ दिवाली होली के आसपास ही कार्रवाई करता है जिससे खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं हो पाती इसलिए अब एसटीएफ ने इसे एक मुहिम के रूप में लिया है और मिलावट खोरो पर धोखाधड़ी एवं आपराधिक षडयंत्र की धाराएं भी लगाई गई है।
बाईट- अमित सिंह......एसपी एसटीएफ
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