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120 प्रकार के देसी-विदेशी पक्षियों के लिए बनेगा बर्ड पार्क, 20 से अधिक प्रजाति के लगाये जायेंगे पेड़ - ग्वालियर

ग्वालियर के खुरैरी तालाब को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय 120 प्रजातियों के लिए बर्ड पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा. जबकि संरक्षण देने के लिए 20 से अधिक प्रजातियों के घने छायादार और पक्षियों को आकर्षित करने वाले पौधे लगाए जाएंगे.

देसी-विदेशी पक्षियों के लिए बनेगा बर्ड पार्क
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Published : Jun 4, 2019, 6:58 PM IST

ग्वालियर। पर्यावरण के साथ ही जिला प्रशासन पक्षियों को बचाने के अभियान में जुट गया है और लोगों को जागरूक करने के साथ ही प्रशासन खुरैरी तालाब को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय 120 प्रजातियों के लिए बर्ड पार्क के रूप में विकसित कर रहा है, जबकि संरक्षण देने के लिए 20 से अधिक प्रजातियों के घने छायादार और पक्षियों को आकर्षित करने वाले पौधे लगाए जाएंगे. इसके लिए जिला प्रशासन ने तालाब का सीमांकन कर पूरी तैयारी कर ली है.

कलेक्टर अनुराग चौधरी ने बताया कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए कैंसर पहाड़ी पर पौधारोपण किया जाएगा, साथ ही खुरैरी तालाब एवं उसके आसपास जलीय जीवों को बचाने की पहल की जाएगी. कैंसर पहाड़ी की एक और नगर वन जिंसी तैयार की जाएगी, जिसके लिए काम की शुरुआत हो चुकी है. यहां 37 हजार से अधिक पौधे लगाने की प्लानिंग है और इसका रख रखाव करने के लिए विभागीय अमला मौजूद रहेगा.

देसी-विदेशी पक्षियों के लिए बनेगा बर्ड पार्क

खुरैरी तालाब में 1.45 लाख वर्ग फीट एरिया के तालाब में आज भी 60 फीसदी पानी है, जिसके चलते तालाब में मछलियां और कछुए मौजूद हैं. इसी कारण यहां बड़ी संख्या में देसी व विदेशी पक्षी आते हैं. यहां पर 80 हजार वर्ग फीट एरिया में तीन-तीन मीटर की दूरी पर 22 प्रकार के पौधे व झाड़ लगाए जाएंगे, जिससे पक्षियों को सुरक्षा मिलेगी, साथ ही उनकी संख्या भी बढ़ेगी. तालाब के बीच में एक टापू तैयार किया जाएगा, ताकि वहां पर जलीय-जीव प्रजनन कर सकें.

बता दें, ग्वालियर-चंबल अंचल में पर्यावरण की दृष्टि से पेड़-पौधों की कमी है, साथ ही अंचल में देश-विदेश से आने वाले मेहमान पक्षी भी यहां से विलुप्त होते जा रहे हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन पर्यावरण और पक्षियों को संरक्षित करने में जुटा है. इसके लिए ग्वालियर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने सभी विभाग के अधिकारियों को कहा है कि वह कम से कम 3 फीट ऊंचाई वाले पौधे लगाएं. साथ ही सभी एसडीएम को 10 हजार पौधारोपण का लक्ष्य भी दिया है.

ग्वालियर। पर्यावरण के साथ ही जिला प्रशासन पक्षियों को बचाने के अभियान में जुट गया है और लोगों को जागरूक करने के साथ ही प्रशासन खुरैरी तालाब को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय 120 प्रजातियों के लिए बर्ड पार्क के रूप में विकसित कर रहा है, जबकि संरक्षण देने के लिए 20 से अधिक प्रजातियों के घने छायादार और पक्षियों को आकर्षित करने वाले पौधे लगाए जाएंगे. इसके लिए जिला प्रशासन ने तालाब का सीमांकन कर पूरी तैयारी कर ली है.

कलेक्टर अनुराग चौधरी ने बताया कि पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए कैंसर पहाड़ी पर पौधारोपण किया जाएगा, साथ ही खुरैरी तालाब एवं उसके आसपास जलीय जीवों को बचाने की पहल की जाएगी. कैंसर पहाड़ी की एक और नगर वन जिंसी तैयार की जाएगी, जिसके लिए काम की शुरुआत हो चुकी है. यहां 37 हजार से अधिक पौधे लगाने की प्लानिंग है और इसका रख रखाव करने के लिए विभागीय अमला मौजूद रहेगा.

देसी-विदेशी पक्षियों के लिए बनेगा बर्ड पार्क

खुरैरी तालाब में 1.45 लाख वर्ग फीट एरिया के तालाब में आज भी 60 फीसदी पानी है, जिसके चलते तालाब में मछलियां और कछुए मौजूद हैं. इसी कारण यहां बड़ी संख्या में देसी व विदेशी पक्षी आते हैं. यहां पर 80 हजार वर्ग फीट एरिया में तीन-तीन मीटर की दूरी पर 22 प्रकार के पौधे व झाड़ लगाए जाएंगे, जिससे पक्षियों को सुरक्षा मिलेगी, साथ ही उनकी संख्या भी बढ़ेगी. तालाब के बीच में एक टापू तैयार किया जाएगा, ताकि वहां पर जलीय-जीव प्रजनन कर सकें.

बता दें, ग्वालियर-चंबल अंचल में पर्यावरण की दृष्टि से पेड़-पौधों की कमी है, साथ ही अंचल में देश-विदेश से आने वाले मेहमान पक्षी भी यहां से विलुप्त होते जा रहे हैं, इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन पर्यावरण और पक्षियों को संरक्षित करने में जुटा है. इसके लिए ग्वालियर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने सभी विभाग के अधिकारियों को कहा है कि वह कम से कम 3 फीट ऊंचाई वाले पौधे लगाएं. साथ ही सभी एसडीएम को 10 हजार पौधारोपण का लक्ष्य भी दिया है.

Intro:ग्वालियर- पर्यावरण को बचाने के लिए जिला प्रशासन कई तरह के प्रयास कर रहा है ताकि लोगो को जागरूक करके पर्यावरण और पक्षियों को बचाया जा सके । जिला प्रशासन ने शहर के पास ही खुरेरी तालाब को राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय 120 प्रजातियों के वर्ड पार्क के रूप में तैयार किया जा रहा है इसके लिए जिला प्रशासन ने तालाब का सीमांकन पूरी तैयारी कर ली गई है। संरक्षण देने के लिए 20 से अधिक प्रजातियों की घने छायादार और पक्षियों को आकर्षित करने वाले पौधों को संरक्षित किया जाएगा इसके लिए कैंसर पहाड़ी पर पौधारोपण होगा और खुरई के तालाब से आसपास में जलीय जीवो को बचाने की पहल की जाएगी ।


Body:बता दे खुरई में 1.45 लाख वर्ग फीट एरिया के तालाब में आज भी 60 फ़ीसदी पानी है जो कि तालाब में मछलियां और कछुए मौजूद है इसी कारण यहां बड़ी संख्या में देसी व विदेशी पक्षी आते हैं यहां पर 80 हजार वर्ग फीट एरिया में तीन-तीन मीटर की दूरी पर 22 प्रकार के पौधे व झाड़ लगाई जाएंगे। इससे पक्षियों को सुरक्षा मिलेगी साथ ही उनकी संख्या भी बढ़ेगी। तालाब के बीच में एक टापू तैयार करेंगे ताकि यहां पर जलीय जीव प्रजनन कर सकें ।इस पार्क को वर्क के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही कैंसर पहाड़ी की एक और नगर वन जिंसी तैयार होगी ।इसके लिए इस काम की शुरुआत हो चुकी है । यहां से 37 हजार से अधिक पौधे लगाने की प्लानिंग है और इसका रखरखाव करने के लिए विभागीय अमला मौजूद रहेगा। ग्वालियर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने सभी विभाग के अधिकारियों को कहा है कि वह कम से कम 3 फीट ऊंचाई वाले पौधे लगाएं ।साथ ही सभी एसडीएम को 10 हजार पौधारोपण का लक्ष्मी दिया है। बता दें ग्वालियर चंबल अंचल में पर्यावरण की दृष्टि से पेड़ पौधों की कमी है साथ ही अंचल में देश-विदेश से आने वाले मेहमान पक्षी भी यहां से विलुप्त होते जा रहे हैं इसी को ध्यान में रखते जिला प्रशासन पर्यावरण और पक्षियों को संरक्षित करने में जुटा है


Conclusion:बाईट - अनुराग चौधरी , कलेक्टर
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