भोपाल: मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त विभाग द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. गुरुवार को भी राजधानी भोपाल के श्रमोदय आवासीय विद्यालय नीलबड़ के प्रिंसिपल को रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
बिल भुगतान के एवज में मांगी थी रिश्वत
लोकायुक्त पुलिस महानिदेशक जयदीप प्रसाद ने जानकारी दी कि "भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश पर भोपाल लोकायुक्त इकाई ने ट्रैप कार्यवाही की है. जिसमें शिकायतकर्ता कनका फूड्स प्राइवेट लिमिटेड मुंबई के संचालक गौरव शर्मा ने शिकायत की थी कि विजय सिंह महोबिया, प्राचार्य, शासकीय श्रमोदय आवासीय विद्यालय मुगालिया छाप नीलबड़ भोपाल ने उनसे बिल के भुगतान के लिए 50000 रुपये की मांग की है."
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शिकायत के बाद पकड़ा रंगे हाथ
शिकायतकर्ता द्वारा शासकीय श्रमोदय आवासीय विद्यालय मुगालिया छाप नीलबड़ भोपाल में संचालित मैश के लंबित 2 महीने के बिलों के भुगतान के एवज में प्रति बिल 50000 रुपये की मांग की थी. यानि दो बिल के लिए एक लाख की रिश्वत की मांग की थी. शिकायत प्राप्त होने पर पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त संभाग भोपाल द्वारा शिकायत का सत्यापन कराया गया और शिकायत सही होना पाए जाने पर धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया. इसके बाद टीम ने गुरुवार को विजय सिंह महोबिया को शिकायतकर्ता से 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया.