ग्वालियर। शहर के शिवपुरी लिंक रोड पर शनिवार की दोपहर दिनदहाड़े हुई निजी बैंक की कैश वैन को लूटने की वारदात के मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं. 30 घंटे बीतने के बाद भी बदमाशों के बारे में पुलिस कोई सुराग नही लगा पायी है. जिन संदेहियों को पुलिस ने शनिवार को पकड़ा था, उनसे कड़ी पूछताछ में भी कुछ हासिल नहीं हुआ है. इस बीच पुलिस ने बदमाशों का सुराग देने वालों को दस हजार के इनाम की घोषणा की है.
एचडीएफसी बैंक के सिक्योरिटी गार्ड रमेश तोमर की 3 बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी और कैश वैन में रखा करीब सवा आठ लाख रुपया लूटकर फरार हो गए थे. घटना के तुरंत बाद पुलिस ने शहर की नाकेबंदी की थी और दो संदेहियों को चांद वाडी इलाके से हिरासत में ले लिया था, लेकिन पूछताछ में कुछ भी हासिल नहीं हुआ है. अब पुलिस उन्हें छोड़ने के बारे में सोच रही है. पुलिस कुछ और संदेहियों को पुलिस राउंडअप कर रही है, जो इस तरह की वारदातों में शामिल रहे हैं. एसपी ने लुटेरों का सुराग देने वाले को दस हजार रुपये इनाम देने का ऐलान किया है.
जिस समय शिवपुरी लिंक रोड पर लूट हुई उस समय रोड पर वाहनों का आना-जाना जारी था उस वक्त मोटर एजेंसी पर भी बड़ा स्टाफ मौजूद था. बावजूद इसके लुटेरे सिर्फ 20 सेकंड के भीतर वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए. सिक्योरिटी गार्ड रमेश तोमर भी अपनी सीट पर बैठा संभल भी नहीं सका और बदमाशों ने उसे गोली मार दी. घटना में रंजीत सिंह ड्राइवर घायल हुआ है, जबकि कलेक्शन एजेंट रितेश पचौरी ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई.