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सरकारी कंपाउंडर के गलत इंजेक्शन से महिला की मौत, परिजनों ने शव रखकर किया हंगामा

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ कंपाउंडर के गलत इलाज के चलते एक दलित महिला की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने शव को थाने के बाहर रखकर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.

सरकारी कंपाउंडर
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Published : Nov 11, 2019, 4:15 PM IST

Updated : Nov 11, 2019, 9:38 PM IST

गुना। चाचौड़ा कस्बे में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया, जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ कंपाउंडर के गलत इलाज के चलते एक दलित महिला की मौत हो गई. मामला बीनागंज का है. बताया जा रहा है कि अस्पताल में पदस्थ कंपाउंडर नेम सिंह सिसौदिया अपने घर पर क्लीनिक चलाता है, जहां उसके कहने पर महिला इलाज कराने पहुंची थी. परिजनों के मुताबिक कंपाउंडर ने क्लीनिक पर महिला को कमजोरी बताई और दो इंजेक्शन लगा दिये. जिसके बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी. गंभीर हालत में महिला को इलाज के लिए इंदौर रेफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

गलत इंजेक्शन से महिला की मौत

खास बात ये है कि एक घंटे तक जब पुलिस ने मृतका के परिजनों की सुनवाई नहीं की तो नाराज परिजनों ने थाने के बाहर शव रखकर हंगामा कर दिया. थाने के सामने हंगामा कर रहे परिजनों ने आरोप लगाया कि महिला पुष्पा झावा की मौत कंपाउंडर नेम सिंह सिसौदिया के गलत इंजेक्शन लगाने से हुई है. जिसकी पुष्टि इंदौर के डॉक्टरों ने भी कर दी है. परिजनों का कहना है कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. पुलिस का कहना कि इस मामले में महिला के परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और आगे की कार्रवाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी.

गुना। चाचौड़ा कस्बे में उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया, जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ कंपाउंडर के गलत इलाज के चलते एक दलित महिला की मौत हो गई. मामला बीनागंज का है. बताया जा रहा है कि अस्पताल में पदस्थ कंपाउंडर नेम सिंह सिसौदिया अपने घर पर क्लीनिक चलाता है, जहां उसके कहने पर महिला इलाज कराने पहुंची थी. परिजनों के मुताबिक कंपाउंडर ने क्लीनिक पर महिला को कमजोरी बताई और दो इंजेक्शन लगा दिये. जिसके बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी. गंभीर हालत में महिला को इलाज के लिए इंदौर रेफर कर दिया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

गलत इंजेक्शन से महिला की मौत

खास बात ये है कि एक घंटे तक जब पुलिस ने मृतका के परिजनों की सुनवाई नहीं की तो नाराज परिजनों ने थाने के बाहर शव रखकर हंगामा कर दिया. थाने के सामने हंगामा कर रहे परिजनों ने आरोप लगाया कि महिला पुष्पा झावा की मौत कंपाउंडर नेम सिंह सिसौदिया के गलत इंजेक्शन लगाने से हुई है. जिसकी पुष्टि इंदौर के डॉक्टरों ने भी कर दी है. परिजनों का कहना है कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. पुलिस का कहना कि इस मामले में महिला के परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और आगे की कार्रवाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी.

Intro:
चांचौड़ा कस्बे में आज उस वक्त बड़ा हंगामा खड़ा हो गया, जब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ ड्रेसर के गलत इलाज के चलते एक दलित महिला की मौत हो गई। बताया जाता है कि अस्पताल में ड्रेसर के रूप में पदस्थ नेम सिंह सिसौदिया अपने घर पर क्लिनिक भी चलाता है, जहां महिला उससे अपना इलाज कराने पहुंची थी। परिजनों के मुताबिक ड्रेसर ने क्लिनिक पर महिला को इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद महिला की तबियत बिगड़ने लगी। गंभीर हालत में महिला को इलाज के लिए इंदौर रैफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। खास बात ये है कि एक घंटे तक जब पुलिस ने मृतका के परिजनों की सुनवाई नहीं की, तो नाराज परिजनों ने थाने के बाहर शव रखकर हंगामा खड़ा कर दिया।

Body:थाने के सामने हंगामा कर रहे परिजनों ने आरोप लगाया कि महिला पुष्पा झावा की मौत ड्रेसर नेम सिंह सिसौदिया द्वारा गलत इंजेक्शन लगाने के कारण हुई है, जिसकी पुष्टि इंदौर के डॉक्टरों ने भी कर दी है। हंगामे के दौरान परिजन इस बात पर अड़े रहे कि आरोपी ड्रेसर के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। हालांकि बाद में पुलिस ने किसी तरह नाराज परिजनों को शांत कराकर महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर पुलिस का कहना कि इस मामले में महिला के परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और आगे की कार्यवाही पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद की जाएगी।Conclusion:बाईट राजेंद्र वाल्मिक वाल्मिक महासभा अध्यक्ष।

बाईट संतोष बाल्मिक मृतक महिला का पति।

बाईट डॉ एसके पटवा चिकित्सक जिला अस्पताल चाचौड़ा।

बाईट राहुल कुमार लोढ़ा पुलिस अधीक्षक गुना।
Last Updated : Nov 11, 2019, 9:38 PM IST
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