गुना। साल का पहला सूर्य ग्रहण रविवार को देखा गया, जिसका असर सुबह से ही दिखना शुरू हो गया था, जो दोपहर तक जारी रहा. इस दौरान गुना में दोपहर 12 बजे के करीब सूर्यग्रहण रिंग जैसे आकार में दिखा था. सूर्यग्रहण का नजारा देखने के लिए लोग अपने परिवार के साथ छतों पर आ गए थे. इस दौरान ग्रहण अपने अधिकतम प्रभाव में था. ऐसे में कहीं-कहीं रिंग ऑफ फायर भी नजर आई. कई जगहों पर शहर में बादल छाए होने के कारण लोग ठीक तरह से सूर्यग्रहण देख भी नहीं पाए.
सूर्यग्रहण के चलते जिले भर में मंदिरों के कपाट सुबह से ही बंद रहे. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार सूर्यग्रहण के दौरान मंदिरों में पूजा-पाठ या दर्शन नहीं किया गया. साथ ही किसी भी तरह का धार्मिक और कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए. रविवार को इस साल का पहला और सबसे लंबा सूर्यग्रहण दिखा. दोपहर 2 बजे के बाद लोग नहा-धोकर पूजा-पाठ किए.
साइंस के जरिये देखें तो गुना के ही ब्रैक थ्रू सोसाइटी के सेमिनार में अतिथियों ने बताया कि समाज में सूर्यग्रहण जैसी घटनाओं के बारे में कई तरह के अंधविश्वास फैले हैं. जैसे ग्रहण के दौरान घर से बाहर न निकलना, खाना न खाना आदि. कुछ लोगों का मानना है कि इस दिन सूर्य से विशेष प्रकार की किरणें निकलती हैं. जिससे खाना दूषित हो जाता है. उन्होंने बताया कि ये मात्र एक खगोलीय घटना है. जिससे सूर्य एवं पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है. इस कारण चंद्रमा की छाया से सूर्य की रोशनी नहीं दिख पाती. इस कारण ग्रहण लगता है.