गुना। जिला जेल में डकैती के मामले में सजा काट रहे कैदी रूसी पारदी की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई है, जिसके बाद मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं. मौत का कारण सीने में दर्द होना बताया जा रहा है, हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण स्पष्ट हो पाएगा.
बताया जा रहा है कि रूसी पारदी को सुबह 4 बजे सीने में दर्द की शिकायत होने पर जेल में प्राथमिक उपचार दिया गया, उसके बाद जिला अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई. रूसी पारदी जिला जेल में चेन्नई में हुई करोड़ों की डकैती और विभिन्न अपराधों के मामले में साल 2017 से सजा काट रहा था.
पारदी समाज के लोगों ने जेल प्रबंधन और पुलिस पर आरोप लगाया कि जेल में कैदी को किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं दी जाती थी. उनका कहना है कि पारदियों को बिना किसी अपराध के पकड़कर जेल में बंद कर दिया जाता है, वहीं गरीबी के कारण पारदी अपने आप को बेगुनाह साबित नहीं कर पाता.
इस मामले में गया था जेल
मृतक कैदी देश की सबसे बड़ी चेन्नई ट्रेन रॉबरी मामले में 2 साल से गुना जेल में बंद था. उसके खिलाफ कोना के अलावा गुजरात, जम्मू सहित कई राज्यों में अपराध दर्ज थे. आरोपी का एक भाई संग्राम सिंह जम्मू जेल में है. उसने एक कारोबारी सहित उसके पूरे परिवार की हत्या कर दी थी, इस मामले में जम्मू-कश्मीर में उसे फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है. एक भाई करण को 7 साल पहले गुना पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. हलांकि अभी तक रूसी पारदी को किसी मामले में सजा नहीं हुई थी.