गुना। राजनीति में अब नेताओं के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों की पत्नियां भी खासी दखलंदाजी रखने लगी हैं. इंडियन रिवेन्यू सर्विसेज अधिकारी प्रद्युमन सिंह मीना की पत्नी प्रियंका मीना ने भी राजनीति के मैदान में उतर चुकी हैं. प्रियंका मीना ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. प्रियंका मीना ने अपने समर्थकों के साथ भोपाल के दीनदयाल परिसर में बीजेपी ज्वॉइन की. इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा समेत भाजपा के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने प्रियंका मीना का स्वागत किया.
कम समय में मीना ने खुद को राजनीति में किया स्थापित: प्रियंका मीना मूलत: राजस्थान की निवासी हैं, लेकिन वर्तमान में वे पेंची गांव में रह रही हैं. प्रियंका चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र से दावेदार भी मानी जा रही हैं. प्रियंका मीना ने वार्ड क्रमांक 16 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन पूर्व विधायक ममता मीना के हाथों कांटे की टक्कर में प्रियंका महज 235 वोटों से चुनाव हार गई थीं. प्रियंका मीना का ये पहला चुनाव था, लेकिन जनसमर्थन के साथ प्रियंका ने खुद को राजनीति में स्थापित कर लिया है.
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कांग्रेस को करना होगा दो महिला नेत्रियों का सामना: प्रियंका मीना के बीजेपी में आने से चाचौड़ा विधानसभा के समीकरण पूरी तरह से बदल गए हैं. प्रियंका के आने से पूर्व विधायक ममता मीना को अपनी ही पार्टी में राजनीतिक प्रतिद्वंदी मिल गया है. ममता मीना पहले केवल खुद को विधानसभा चुनाव का दावेदार मान रही थीं, लेकिन अब प्रियंका मीना ने उनकी राह कठिन बना दी है. वहीं चाचौड़ा से कांग्रेसी विधायक लक्ष्मण सिंह को भी एक नहीं बल्कि दो-दो महिला नेत्रियों का सामना करना पड़ेगा. चाचौड़ा के राजनीतिक समीकरण बदलने से वोटरों का मिजाज भी बदलेगा. चाचौड़ा विधानसभा में सबसे ज्यादा तादाद में मीना समुदाय है. साथ ही आदिवासी, गुर्जर भी खासी तादाद में हैं. लक्ष्मण सिंह 2018 के विधानसभा चुनाव में ममता मीना को शिकस्त देकर विधायक चुने गए थे. प्रियंका मीना चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र की परिक्रमा भी कर चुकी हैं. वो खुद को जनता के बीच अधिकारी की पत्नी नहीं बल्कि बेहद सामान्य महिला के रूप में प्रस्तुत करती हैं.