गुना। बमोरी से बीजेपी प्रत्याशी महेंद्र सिंह सिसौदिया ने 52,624 वोटों से जीत दर्ज कर ली है. महेंद्र सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी केएल अग्रवाल को हरा दिया है.
कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे सिसोदिया
मार्च 2020 में कमलनाथ सरकार गिरने की सबसे बड़ी वजह थी ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में जाना. सिंधिया के बीजेपी में शामिल होते ही उनके समर्थक विधायकों ने भी विधायकी से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद बीजेपी का दामन थाम लिया था. इस तरह विधानसभा की एक के बाद एक 25 सीटें खाली होती गईं और 3 सीटें विधायकों के निधन से खाली हो गईं. सिंधिया समर्थक महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी सिंधिया के बीजेपी में शामिल होते ही विधायक पद से इस्तीफा दिया और बीजेपी में शामिल हो गए.
2008 में जब बमोरी में पहली बार चुनावी बिसात बिछी, तो बीजेपी से केएल अग्रवाल और कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में महेंद्र सिंह सिसोदिया सामने थे. अगले विधानसभा चुनाव में भी अग्रवाल और सिसोदिया आमने-सामने रहे, लेकिन इस बार बाजी सिसोदिया ने मारी. हालांकि, 2018 के चुनाव में दोनों आमने-सामने तो हुए, लेकिन अग्रवाल बीजेपी से बगावत कर निर्दलीय मैदान में उतरे और तीसरे स्थान पर रहे. जहां एक बार फिर भाजापा से महेंद्र सिंह सिसौदिया ने बाजी मार ली है.
जिले में कितने हैं मतदाता-
बमोरी विधानसभा क्षेत्र की अनुमानित कुल आबादी 353014 है.
मतदाता | 2018 | 2020 |
कुल | 195232 | 205335 |
पुरुष | 102373 | 16999 |
महिला | 92952 | 98336 |
बमोरी विधानसभा उपचुनाव में खास
बमोरी विधानसभा में तहसील बमोरी के 185 और गुना ग्रामीण तहसील के 132 मतदान केंद्र शामिल हैं. कोरोना संक्रमण को देखते हुए चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक प्रत्येक बूथ पर 1000 से ज्यादा मतदाता एकत्रित ना हो इसलिए 41 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसके बाद बमोरी विधानसभा में मतदान केंद्रों की संख्या कुछ इस तरह है-
- कुल मतदान केंद्र- 317
- पुराने मतदान केंद्र-276
- नए मतदान केंद्र:- 41